मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आव्हान पर प्रदेश में 'मैं भी कोरोना वॉलिंटियर' अभियान से एक लाख से अधिक युवा जुड़ चुके हैं। हर जिले में कोरोना वॉलेंटियर्स टीम भावना से कार्य कर कोरोना संक्रमण के प्रति जन-जागरूकता लाने, वैक्सीनेशन कार्य और कोरोना संक्रमित मरीजों को उपचार में भी मदद कर रहे हैं। इसी कड़ी में होशंगाबाद जिले के इटारसी शहर में दिव्यांग कोरोना वॉलंटियर डेनी पालमधु भी अपनी पूरी क्षमता के साथ कोरोना संक्रमण के प्रति आमजन को जागरूक करने की अलख जगाने में अहम भूमिका निभा रहें है।
दिव्यांग कोरोना वॉलंटियर डेनी पालमधु अपनी ट्राईसिकिल से शहरवासियों के बीच पहुँचकर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जागरूक कर रहे हैं। उनके द्वारा लोगों को समझाइश दी जाकर वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। डेनी पालमधु नागरिकों से चर्चा कर कहते है कि वैक्सीन लगवाने से हम अपने परिवार, समाज और जिले को कोरोना से बचा सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति में खाँसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षण होते हैं, तो वह तुरंत स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर जाँच करवाये। दिव्यांग डेनी पल मधु की मार्मिक अपील लोगों को काफी प्रभावित कर रही है और लोग उसे अपनी दिनचर्या में शामिल भी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि डेनी पालमधु मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद की नावँकुर संस्था नव अभ्युदय संस्था से लगभग 5 वर्षों से जुड़े हुए है। रक्त दान शिविर आयोजित करना और जरूरतमंदो की मदद करना आदि जनहितैषी विभिन्न गतिविधियों में उनकी सक्रिय भागीदारी लंबे समय से बनी हुई है।
कोरोना वॉलेंटियर्स ने संभाली अस्पताल में ट्रैफिक की कमान
अस्पताल में आने वाले मरीजों को कठिनाईयों का सामना न करना पड़े, इसे ध्यान में रखते हुए श्योपुर जिले में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के कोरोना वॉलेंटियर्स ने अस्पताल की ट्रेफिक व्यवस्था को व्यवस्थित सुचारू बनाने की जिम्मेदारी भी उठाई है। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में जन अभियान परिषद की जिला समन्वयक श्रीमती नेहा सिंह एवं ट्रैफिक प्रभारी अधिकारी श्री अखिलेश शर्मा के सयुंक्त नेतृत्व में कोरोना वॉलेंटियर्स बेहतर तरीके से जिला अस्पताल की ट्रैफिक कमान संभाल रहे हैं। वॉलेंटियर्स द्वारा दुपहिया वाहनों को पार्किंग क्षेत्र में व्यवस्थित लगाये जाने एवं चारपहिया वाहनों को अस्पताल परिसर के बाहर लगाने की व्यवस्था की है। इससे वाहनों का अस्पताल परिसर में अनावश्यक दबाव भी कम हुआ है और मरीजों के वाहनों को बिना परेशानी अस्पताल तक पहुँचने में मदद मिल रही है। कोरोना वॉलेंटियर्स अपनी पूरी क्षमता के साथ कोरोना से जंग में प्रशासन के संग मिल कर लड़ रहे हैं। प्रशासन द्वारा भी वॉलेंटियर्स की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं।
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