इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिये है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिये चलाई जा रही आयुष्मान योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। इस योजना के तहत कोरोना मरीजों को भी लाभान्वित किया जाये। किसी भी तरह की परेशानी मरीजों तथा उनके परिजनों को नहीं हो। योजना के क्रियान्वयन के संबंध में राज्य शासन द्वारा दिशा-निर्देशों की जानकारी देने तथा समीक्षा के लिये कलेक्टर मनीष सिंह की अध्यक्षता में आयुष्मान योजना के संबंध में रेसीडेंसी कोठी में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में कलेक्टर सिंह ने मुख्यमंत्री कोविड़ उपचार योजना को लेकर निर्देश दिये।
कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिय कि समस्त आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को कोविड उपचार का नि:शुल्क लाभ दिया जाये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कोविड उपचार योजना में आयुष्मान कार्ड धारकों का नि:शुल्क इलाज करने के निर्देश दिये गये है।
बैठक में अपर कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, सीएमएचओ, और स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर सिंह ने कहा कि अस्पतालों में इंजेक्शन, गोली दवाई, ऑक्सीजन और सभी जांच निशुल्क हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कोविड़ उपचार योजना को लेकर निजी अस्पतालों में 20 फीसदी बेड आरक्षित किये गये है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड की पात्रता रखने वाले परिवार के पास कार्ड नहीं होने पर भी इलाज किया जाये।
बैठक में बताया गया है कि परिवार के किसी सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं खाद्यान्न की पर्ची, जिसके माध्यम से यह पता चलता है कि वह आयुष्मान कार्ड धारक के परिवार का सदस्य है तो आयुष्मान कार्डधारी परिवार के एक सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं उसके साथ समग्र आई.डी का प्रस्तुतीकरण होना चाहिये। परिवार के एक सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं साथ में किसी भी शासकीय विभाग के राजपत्रित अधिकारी का इस बाबत प्रमाणीकरण कि वह आयुष्मान कार्डधारक के परिवार का सदस्य है इस प्रकार की प्रकिया से बिना आयुष्मान कार्ड वाला व्यक्ति भी अस्पताल में इलाज पा सकेगा। सरकार की इस पहल से गरीबों को बेहतर इलाज मिलने में सुविधा होगी।
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