कोविड संक्रमण के बीच म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) की चुनाैती से निपटने के लिए प्रदेश का पहला अलग वार्ड एमवायएच में तैयार किया गया है। दावा है कि यह प्रदेश का ही नहीं बल्कि संभवत: देश का पहला ऐसा अस्पताल है, जहां ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए 20 बेड का वार्ड बनाया गया है। फिलहाल यहां 15 मरीज भर्ती हैं। मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. वी.पी. पांडे ने बताया कि पांचवीं मंजिल पर 28 वार्ड में ब्लैक फंगस के मरीजों को रखा जाएगा। चार विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। इसमें किसी एक विशेषज्ञता वाले डॉक्टर से बात नहीं बनती। ईएनटी, आई, न्यूरो और डेंटल सर्जन की भी मदद लेना पड़ती है। इसलिए हमने ऐसे मरीजों के लिए अलग व्यवस्था कर दी है। ताकि उन्हें परेशान नहीं होना पड़े।
पहले 20 साल में तीन केस तो अब तीन दिन में 20 केस सामने आ रहे
डॉ. कमलेश बडोनिया कहते हैं कि संक्रमण के शुरुआती तीन दिन स्टेराइड ना दें तो ब्लैक फंगस का डर कम हो सकता है। 20 साल में तीन केस आते थे, अब 3 दिन में 20 आ रहे।
मां को भर्ती करवाने की गुहार लेकर मंत्री से मिली तीन बेटियां
मालवीय नगर निवासी 65 साल की महिला की तीन बेटियां बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री से मिलीं और इलाज की गुहार लगाई। मां को ब्लैक फंगस इंफेक्शन है।
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