स्वास्थ्यमंत्री को खोजने वाले को 11000 का ईनाम देंगे, अब तक मप्र में डेढ़ लाख मौतें हुईं
हमें डरने नहीं लड़ने वाला सीएम चाहिए। 17 साल से आपकी सरकार है, मप्र में एक ऐसा अस्पताल बता दीजिए जहां हर प्रकार की व्यवस्था हो। यदि आपने एक भी अस्पातल ऐसा बता दिया तो कांग्रेस पार्टी आपको 11 लाख का ईनाम देती। मप्र के स्वास्थ्य मंत्री इस महामारी में कहां हैं। किसी को नहीं पता। यदि कोई उनके बारे में जानकारी देगा तो कांग्रेस पार्टी उस व्यक्ति को 11 हजार का ईनाम देगी। ये तीखे शब्द थे पूर्व मंत्री और राउ विधायक जीतू पटवारी के। पटवारी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीडिया से बात की और शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा - प्रदेश में अब तक डेढ़ लाख मौतें हो चुकी हैं। सरकार को कोरोना की इस लड़ाई में हारी हुई सरकार है।
पटवारी ने कहा कि प्रदेशभर के सभी जिले में कोरोना से कम से कम 3 हजार मौते हुई हैं। भोपाल इंदौर में तो एक महीने में ही 5 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं। इनमें 2500 से ज्यादा का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत हुआ है। ऐसे में सरकार आंकड़े क्यों छिपा रही है। प्रदेश में इस संक्रमण से अब तक डेढ़ लाख से ज्यादा माैतें हो चुकी हैं। सीएम शिवराज लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। ऐसे में हम घरों में रहकर ही खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। प्रदेश में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक होती है, लेकिन इनमें किसी विपक्ष के नेता तो नहीं बुलाया जाता। इस कमेटी में कोई विशेषज्ञ शामिल नहीं हैं। पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष होने के बाद भी सीएम कमलनाथ से सुझाव तक नहीं ले रहे हैं। सीएम एक ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि प्रधानमंत्री ने मप्र में स्वेच्छा से दुकान बंद करने की तारीफ की है। इस संबंध में उन्होंने हमसे बात भी की। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि ऑक्सीजन, रेमडेसिविर सहित अन्य दवाओं को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री से क्या बात की। उन्होंने मप्र के हितों को लेकर क्या बात की।
सभी सुविधा वाला एक अस्पताल सीएम बता दें तो 11 लाख ईनाम देंगे
पटवारी का आरोप है कि वे डरते हैं। हमें डरने वाला नहीं, मप्र के हितों के लिए लड़ने वाला सीएम चाहिए। मुख्यमंत्री अपने 17 साल के कार्यकाल में एक ऐसा अस्पताल नहीं बनवा पाए, जिसमें हर प्रकार की सुविधाएं मिल सकें। यदि वे एक भी ऐसा अस्पताल बता दें तो कांग्रेस पार्टी 11 लाख का ईनाम देगी। वहीं, हालात बद्दतर होने के बाद भी स्वास्थ्य मंत्री का कहीं कोई अता-पता नहीं है। यदि कोई उनके बारे में बता पाए तो उसे 11 हजार का ईनाम दिया जाएगा।
भाजपा नेता बांट रहे रेमडेसिविर
पटवारी का आरोप है कि प्रतिदिन यह बताया जाता है कि प्लेन से ट्रक से प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन आ रहे हैं। लेकिन मेरा सवाल है कि वे जा कहां रहे हैं। रेमडेसिविर भाजपा नेताओं और विधायकों के घर क्यों जा रहे हैं। प्रदेश सरकार राशन की तरह रेमडेसिविर को भी अपने कार्यकर्ताओं, नेताओं से बंटवा रही है। इस इजेंक्शन की सही जानकारी तो डॉक्टरों को है ना वे बता पाएंगे ना कि किसी इंजेक्शन लगना है। प्रदेश में इंजेक्शन, राशन की जमकर कालाबाजारी हो रही है। सरकार इस पर कोई एक्शन नहीं ले रही है।
भाजपा नेताओं में श्रेय लेने की होड़ मची
पटवारी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेताओं में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है। कोई सोशल मीडिया पर कह रहा है कि मैंने इतना ऑक्सीजन और इंजेक्शन का इंतजाम किया। कोई ऑक्सीजन टैंकर आने पर नारियल फोड़कर हार-फूल चढ़ा रहा है। ये लोग मौत पर भी श्रेय की राजनीति कर रहे हैं। ऑक्सीजन की भारी कमी है, आखिर इतनी कमी हुई क्यों। इसे लेकर जो जिम्मेदार है, उस पर हत्या का केस दर्ज होना चाहिए। वहीं, ऑक्सीजन की कमी से मरने वाले परिवारों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक मदद सरकार करे।
भाजपा नेता के प्रतिनिधि डॉक्टरों को धमका रहे
पटवारी ने कि संक्रमण फैलने की एक वजह टेस्ट में कमी है। जो टेस्ट हो रहे हैं, उनकी रिपोर्ट 4-4 दिन में आ रही है। ऐसे में संक्रमण काफी फैल जाता है। सरकार की कोशिश हो कि रिपोर्ट 24 घंटे में आ जाए। इन हालातों में भी एक मंत्री के प्रतिनिधि डॉक्टरों को धमका रहे हैं। कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है। हम तो यही कहना चाहते हैं कि जो अपनी जान पर खेलकर दूसरों की जान बचा रहे हैं, उन्हें आप गाली मत दो। उनका मनोबल बढ़ाने के लिए कोई कार्ययोजना बनाओ।
ऑक्सीजन से मरने वाले के परिवारों को 4-4 लाख रुपए की सहायता मिले
प्रदेश सरकार ने पहले कहा कि 1 मई ने 18 प्लस को वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी। अब कह रहे हैं कि 5 से लगेगी। वैक्सीन की इतनी किल्लत है और देश की सरकार ने 4 लाख से ज्यादा डोज दूसरे देशों को दे दिए। मुख्यमंत्री को वैक्सीन के लिए देश की सरकार से लड़ना होगा। यदि इसी स्पीड से वैक्सीन लगती रही तो 5 साल में भी हम सब तक वैक्सीन नहीं पहुंचा सकेंगे। क्या पांच साल तक लोग इस वायरस से मरते रहेंगे। सीएम वैक्सीनेशन अभियान को तेज करें। हमें डरने वाला नहीं लड़ने वाला सीएम चाहिए। कांग्रेस आपके साथ है। यदि कुछ नहीं किया गया तो 15 दिनों में संक्रमण 3 लाख के पार हो जाएगा।
कांग्रेस ने सरकार को दिए यह सुझाव
पटवारी ने कहा कि हमारा सुझाव है कि सरकार हर गांव में एक कोविड सेंटर बनाए। शहर की रणनीति पर भी काम हो। निजी अस्पतालों के डॉक्टर की सुरक्षा को लेकर कार्ययोजना बने। लोगों के सब्र का बांध टूटता जा रहा है। ऐसे में अब हमले होना शुरू हो गए हैं। दवाई की कालाबाजारी, खाने-पीने की चीजों पर कार्ययोजना बने। ऐसे लोगों के साथ मौत की सजा टाइप का व्यवहार हो। डॉक्टर का मनोबल बढ़ने को लेकर कार्ययोजना बने। संक्रमण को लेकर सर्वदलीय मीटिंग बुलानी चाहिए। मृत लोगों को 4-4 लाख का मुआवजा मिले। बिजली के बिल माफ करें, कर्ज वसूली बंद हो। किराया रुके। गरीबों के लिए भोजन की व्यवस्था हो, गांव में ही संक्रमण रुक जाए, इस पर कार्ययोजना बने। कालाबाजारी करने वालों पर केस दर्ज हो। ईएमआई को रोका जाए।
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