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बाघों का कुनबा:अपने तीन शावकों के साथ मां और नानियों की टेरेटरी में लौटकर आई बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की 5वीं पीढ़ी

 

शहर के आसपास बाघों का कुनबा बढ़ रहा है। इन दिनों एक बाघिन अपने 3 शावकों के साथ देखी जा रही है। इसका मूवमेंट कठोतिया से केरवा तक है। वन विभाग के अफसरों ने बताया कि तीनों शावक करीब 3 महीने के हैं। बाघिन इन्हें पहली बार लेकर अपना सुरक्षित इलाका दिखाने निकली है। अफसरों की मानें तो बाघ टी-1 और बाघिन टी-2 की 5वीं पीढ़ी की बाघिन ने 3 शावकों को जन्म दिया है। इन्हें कलियासोत, केरवा, कठोतिया, समसगढ़, झिरी और वीरपुर में देखा गया है। अभी पता नहीं है कि इन शावकों में नर और मादा कितनी हैं। बाघिन शावकों को लेकर निकली तो मॉनीटरिंग के लिए लगे ट्रैप कैमरे में कैद हो गई। ये तीनों शावक 2022 की गणना में शामिल होंगे।

  • 18 बाघ-बाघिन अभी भोपाल और सीहोर डिवीजन में हैं
  • 06 नए शावक वर्तमान में हैं, इनकी उम्र 18 माह से कम
  • 02 शावकों को बाघिन टी-2 ने जन्म दिया था

जानिए; बाघ टी-1 और टी-2 की पांचवीं पीढ़ी के बारे में

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बाघों की वंशावली का रिकॉर्ड रखा है। भोपाल और सीहोर डिवीजन में मूवमेंट करने वाले सभी बाघों काे उनकी धारियों से पहचाना जाता है। इनका नामकरण करके उनकी पहचान की जाती है। यहां पर बाघ टी-1 व टी-2 की बेटी टी-21 है, जिसकी बेटी की बेटियों ने शावकों को जन्म दिया था। अभी पांचवीं पीढ़ी की बाघिन टी-24 ने इन तीन शावकों को जन्म दिया है। अब यह मां और नानियों की टेरेटरी में लौटकर आई है।

अब रातापानी का नोटिफिकेशन हो
वन विभाग के पूर्व अफसरों ने कहा कि राज्य सरकार को अब रातापानी टाइगर रिजर्व का नोटिफिकेशन जारी करना चाहिए, ताकि बाघों का संरक्षण हो सके। जब तक नोटिफिकेशन नहीं होता, तब तक बाघों की सुरक्षा के लिए अलग से एक्शन प्लान बनना मुश्किल है।

भोपाल से वीरपुर तक है मूवमेंट
^भोपाल में एक बाघिन तीन शावकों के साथ कैमरे में कैप्चर हुई है। इसका मूवमेंट भोपाल से वीरपुर तक है। बाघिन व शावकों की मॉनीटरिंग की जा रही है। शावकों की उम्र तकरीबन तीन माह की है।
-रवींद्र सक्सेना, सीसीएफ भोपाल फॉरेस्ट सर्किल


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