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10 जून को स्थापना दिवस:130 वर्ष का होलकर कॉलेज, 14 छात्रों से हुई थी शुरुआत, अब 7000 से ज्यादा हैं

 

शहर का शासकीय ऑटोनॉमस होलकर साइंस कॉलेज 10 जून को 130 वर्ष का हो जाएगा। इस मौके पर कॉलेज में दो दिवसीय वैक्सीनेशन कैंप लगेगा। कैंप में पहले महिला स्टाफ और छात्राओं को अवसर मिलेगा। 1891 में कॉलेज की स्थापना हुई थी। होलकर साइंस कॉलेज शहर का एकमात्र गवर्नमेंट ऑटोनॉमस कॉलेज है। क्वालिटी एजुकेशन के लिए ही यहां इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जा रहा है। नए स्मार्ट क्लास रूम से लेकर 9 नई लैब भी बन रही है । प्राचार्य डॉ. सुरेश सिलावट के अनुसार स्थापना दिवस के अवसर पर कोई बड़ा आयोजन नहीं होगा, न कोई औपचारिकता होगी। वैक्सीनेशन में 18 प्लस की छात्राओं और महिला स्टाफ को प्राथमिकता देंगे।

तब 1 लाख में बन गई थी कॉलेज की बिल्डिंग, 127 साल बाद मजबूती से खड़ी

कॉलेज शुरू होने के तीन साल बाद ही यानी 1894 में नई बिल्डिंग तैयार हो गई थी। खास बात यह है कि इस बिल्डिंग के निर्माण में लगभग 1 लाख रुपए का खर्च आया था। बिजली और अन्य कार्यों पर 5 हजार रुपए खर्च हुए थे। 127 साल बाद भी यह बिल्डिंग मजबूती से खड़ी है।

बताते हैं कि महाराजा शिवाजीराव होलकर ने 1880 में कॉलेज शुरू करने की इच्छा जताई थी, लेकिन तब शिवाजीराव होलकर के कार्यभारी काशीनाथ कीर्तने ने कॉलेज शुरू करने से मना कर दिया था। तर्क दिया था कि मैट्रिक में ही गिनती के छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। ऐसे में कौन कॉलेज पढ़ने आएगा। बाद में प्लानिंग हुई और आखिरकार 1891 में यह कॉलेज शुरू हुआ।

पहली बैच में सिर्फ 14 छात्र थे, अब 7 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ रहे
1891 में शासकीय महाराजा शिवाजी राव हायर सेकंडरी स्कूल में यह कॉलेज शुरू किया गया था। इंग्लैंड से आए प्रो. ईसी चमले (बीए, बार एट लॉ) को पर प्राचार्य बनाया गया था, तब पहली बैच में सिर्फ 14 ही छात्र थे। वर्तमान में 7 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं इस कॉलेज में पढ़ रहे हैं।
कई हस्तियां रहीं प्रोफेसर
होलकर कॉलेज में संस्कृत विषय के लिए पीएन पाटनकर, फारसी विषय के लिए रामानुजाचार्य फारसी, तर्कशास्त्र के लिए अजिर्जुरमान और विज्ञान के लिए भैरोप्रसाद पहले शिक्षक थे। ये सभी देश की जानी-मानी हस्तियों में शुमार थे।



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