प्रदेश राजधानी भोपाल को 10 जून से पूरी तरह अनलॉक (मॉल, सिनेमा, स्कूल-कॉलेज, स्विमिंग पूल छोड़कर) करने का फैसला हो गया है, लेकिन इंदौर में अभी भी केवल 50% गतिविधियों को ही छूट मिली हुई है। 6 जून की स्थिति में भोपाल में कोरोना के 2225 एक्टिव मरीज थे वहीं इंदौर में केवल 1317। इतना ही नहीं 1 से 6 जून के बीच दोनों जगह पॉजिटिव दर लगभग समान (इंदौर 2.45 व भोपाल 2.44%) रही है।
प्रदेश की कारोबारी राजधानी इंदौर ही है और इसे पूरी तरह अनलॉक करने से हर दिन सरकार को जीएसटी के तौर पर ही 12 करोड़ का राजस्व मिल सकता है। बावजूद इसके इंदौर के अनलॉक को लेकर अभी भी फैसला नहीं हो पा रहा है।
कई कारोबारी संगठन इस बारे में प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी व प्रशासनिक अफसरों से गुहार लगा चुके हैं। कपड़ा बाजार, बर्तन बाजार, सराफा ग्राहकों के लिए बंद है तो वहीं ज्वेलरी बाजार, विविध होम एप्लांयस शोरूम, ऑटो शोरूम आदि बंद भी हैं। कुछ सेक्टर जैसे एसी, कूलर आदि का सीजन ही खत्म होने को है, जबकि इन्होंने मार्च माह में स्टॉक फुल कर लिया था।
वैक्सीनेशन भी भोपाल से ज्यादा
इंदौर में अभी तक 12 लाख 53 हजार लोगों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लग चुका है, वहीं भोपाल में 9 लाख 56 हजार लोगों को टीका लगा है।
यहां थोक बाजार भी आधे दिन ही खोल रहे
50% अभी यहां करीब दुकान खुली है जिन पर ग्राहक जा सकते हैं, लेकिन कपड़ा बाजार, सराफा को केवल माल डिस्पेच की मंजूरी मिली है।
- निजी कार्यालय केवल सीए, सीएस, कर सलाहकार व इंडस्ट्री व गोदाम संचालकों के खोलने की इजाजत दी गई है।
- शादियों की मंजूरी नहीं है अभी भी।
- ज्वेलरी की दुकान, होम एप्लायंस के शोरूम, दुकान, होजरी, कास्मेटिक्स, आटो शोरूम, मिठाई-नमकीन आदि की दुकानें नहीं खुली हैं।
- कुछ दुकानें रेती-गिट्टी, सेनेट्री, लोहा आदि सप्ताह में केवल तीन दिन के लिए ही खोलने की अनुमति दी गई है।
वहां नारा-टीका लगवाओ दुकान खुलवाओ
95% गतिविधियां खोल दी गई हैं, केवल मॉल, सिनेमा, पूल की मंजूरी नहीं यहां अब सिर्फ रविवार को ही लॉकडाउन रहेगा
- भोपाल में सप्ताह में छह दिन सुबह छह से रात आठ बजे तक सभी बाजार दुकान खुलेंगी। हालांकि मॉल, सिनेमा, पूल आदि को मंजूरी नहीं है। रेस्त्रां से होम डिलेवरी व टेक अवे रहेगा।
- केवल रविवार काे ही लॉकडाउन रहेगा
- भोपाल ने नारा दिया है टीका लगवाओ दुकान खुलवाओ, यानी जो दुकान खुलेगी उसके सभी लोग वैक्सीन लगवाए हुए हों।
- एक जून से ही शादी की मंजूरी जारी कर दी थी, निजी कार्यालय भी खुलवा दिए थे।
90% सीजन निकल गया, अब तो राहत मिले
एमजी रोड ज्वेलर्स एसो. के अध्यक्ष पारस बोहरा कहते हैं कि शादियों का 90% सीजन निकल गया है, केवल कुछ मुहूर्त बचे हैं। अब तक बंद से बहुत नुकसान हो चुका है। महारानी रोज व्यपारी महासंघ के अध्यक्ष जितेंद्र रामनानी कहते हैं कि होम एप्लायंस एसी, कूलर आदि का तो सीजन ही गुजर गया। अहिल्या चेंबर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल कहते हैं कि सावधानी के लिए कुछ दिन और रुक भी सकते हैं।
सीधी बात
1. तुलसी सिलावट, कोविड प्रभारी मंत्री और शंकर लालवानी, सांसद
सवाल: इंदौर और भोपाल में हालात लगभग एक जैसे हैं। वहां पूरा शहर अनलॉक हो रहा, हमारे यहां पाबंदियां क्यों?
सिलावट: इंदौर-भोपाल की परिस्थिति अलग है। हम एक-एक कर कारोबार खोल रहे हैं। मार्केट जल्द खुलें इसलिए मैं लोगों को समझाइश दे रहा हूं।
लालवानी: भोपाल में दफ्तर ज्यादा हैं, इंदौर में बाजार। इंदौर में आवाजाही अधिक है। डेढ़ लाख लोग तो हमेशा बाहर के ही होते हैं शहर में।
2. जब आप ये मानते हैं कि इंदौर कारोबारी शहर है और यहां के व्यापारियों का बहुत नुकसान हो चुका है तो फिर स्थितियां एक जैसी होने पर भी उन्हें दुकानें खोलने की मंजूरी क्यों नहीं देते?
सिलावट: हर थोड़े दिन में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की मीटिंग कर रहे हैं। एक-एक करके दुकान व बाजार खोल ही रहे हैं। जल्द सीएम से इस पर बात करने वाला हूं।
लालवानी: इंदौर में केस बहुत ज्यादा थे, इसलिए सावधानी बरत रहे हैं। बाजारों को खोलने की शुरुआत हो चुकी है। अगले हफ्ते तक कई और बाजार खुल जाएंगे।
3. लोग और व्यापारी यह भी आरोप लगाते हैं कि नेताओं के आयोजन, के लिए तुरंत राहत मिल जाती है, आम लोग परेशान हो रहे, उन्हें नेताओं-अफसरों के चक्कर लगाना पड़ते हैं?
सिलावट: मुझे जो शिकायत बताते हैं, तत्काल निराकृत करता हूं। किसी को चक्कर लगाने की जरूरत ही नहीं, लोगों का किसी स्थिति में नुकसान नहीं होने देंगे।
लालवानी: जितना अनुशासन रखेंगे, उतनी जल्दी बाजार खुलेंगे। लोगों के सुझाव के अनुसार ही राहत दे रहे हैं। 8-10 दिन में बाकी शहर भी खुल जाएगा।
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