स्वच्छता में चार बार देश में परचम लहरा चुके इंदौर ने एक और उपलब्धि हासिल है। उसे अब ‘इंडिया स्मार्ट सिटीज अवॉर्ड्स कॉन्टेस्ट 2020’ की सात विभिन्न श्रेणियों में पहला स्थान मिला है। ऐसे ही, राज्यों की श्रेणी में मप्र को दूसरा स्थान मिला है।
स्मार्ट सिटी मिशन के 6 साल पूरे होने पर शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री (आवास एवं शहरी कार्य) हरदीपसिंह पुरी द्वारा वर्चुअल मीट के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में ‘इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड्स कॉन्टेस्ट 2020’ के परिणाम घोषित किए। कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणियों में स्मार्ट सिटी शहरों को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के आधार पर अवाॅर्ड की घोषणा की गई। मप्र की 5 स्मार्ट सिटीज को विभिन्न श्रेणियों में 11 अवाॅर्ड मिले। राष्ट्रीय स्तर पर कुल 20 अवाॅर्ड श्रेणियों में से 11 अवाॅर्ड मप्र को मिले हैं। इनमें से भी 7 इंदौर को मिले हैं।
सिटी अवाॅर्ड श्रेणी
राउण्ड - 1 सिटीज : इंदौर को पहला और जबलपुर को तीसरा स्थान मिला है।
ओवर ऑल विनर : इंदौर व सूरत पहले नंबर पर हैं।
प्रोजेक्ट अवार्ड श्रेणी
बिल्ट एनवायरमेंट : 56 दुकान के लिए पहला स्थान।
इसलिए मिला : खान-पान व लजीज व्यंजनों के लिए 54 दुकान क्षेत्र देशभर में प्रसिद्ध है। इसका सौंदर्यीकरण किया गया। पहले जहां रोज 5 हजार फुटफॉल हुआ करता था, सौंदर्यीकरण के बाद 15 से 20 हजार तक हो गया है। यहां अंडरग्राउण्ड गैस, सीवरेज, बिजली व स्टॉर्म वाटर लाइन डाली गई है। सीसीटीवी सर्विलांस, कार्य की मॉनिटरिंग के लिए टाइमर, ग्रीन स्पेस, नो व्हीकल जोन आदि हैं।
सैनिटेशन थीम : इंदौर को तिरुपति शहर के साथ म्युनिसिपल वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम थीम में पहला स्थान
इसलिए मिला : स्वच्छता सर्वेक्षण में चार साल से पहला स्थान। इसके तहत नागरिकों द्वारा स्वप्रेरणा से सूखे व गीले कचरे को अलग-अलग एकत्र करना। फिर अगली प्रकिया में इसे तीन प्रक्रियाओं रिडय्ूज्डस, रीयूज व रिसाइकिल को अपनाना। इससे कचरे की गुणवत्ता में सुधार हुआ। कचरा निपटान के लिए 300 टन क्षमता का प्लांट स्थापित किया गया। इसके तहत दो प्लांट से डेढ़ करोड़ का प्रीमियम हर साल मिलने लगा।
कल्चर थीम : कन्जर्वेशन ऑफ बिल्ट हैरिटेज के लिए पहला स्थान
इसलिए मिला : इंदौर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट लि. द्वारा सांस्कृतिक व ऐतिहासिक स्थान राजबाडा, गोपाल मंदिर, सराफा बाजार, होल्कर छत्री, कृष्णपुरा छत्री, बोलिया छत्री, लालबाग पैलेस आदि का संरक्षण व जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इन स्थानों पुनर्जीवित कर दर्शनीय स्थानों में बदला जा रहा है। इसके लिए 80 करोड़ की राशि खर्च की गई।
इकोनॉमी थीम : कार्बन क्रेडिट फाइनेंसिंग मैकेनिज्म के लिए पहला स्थान
इसलिए मिला : इंदौर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट लि. व नगर निगम द्वारा तीन प्रोजेक्ट से 1.70 लाख टन कार्बन वातावरण मिलने से रोककर स्थापित प्लांट से 69 लाख रु. कमाए हैं। भविष्य में स्लज हाईजिनेशन प्लांट, प्लास्टिक क्रेडिट, सोलर प्लांट, एलईडी लाइट व ई व्हीकल से कार्बन डाइऑक्साइड व ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को सीमित करने पर कार्बन क्रेडिट को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेचने से दोनों विभागों को आय होगी।
इनोवेशन आइडिया अवार्ड श्रेणी : कार्बन क्रेडिट फाइनेंसिंग मैकेनिज्म के लिए पहला स्थान
इसलिए मिला : कार्बन क्रेडिट एक परमिट है जो कंपनी को कार्बन डायऑक्साइड व ग्रीन हॉउस गैसों की एक निश्चित मात्रा में उत्सर्जित करता है। कार्बन क्रेडिट ग्रीन हाउस गैसों की सांद्रता में वृद्धि को कम करना राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के घटक हैं। विभिन्न कम्पोस्ट, बायोमेथेनाइजेशन व सोलर प्लांट द्वारा ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को सीमित कर दिया जाता है।
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