सराफा में सोना की तस्करी में पकड़े गए चार आरोपियों में से एक आरोपी रवींद्र जैन पिता राजेंद्र जैन को कस्टम एक्ट के तहत मुख्य आरोपी मानकर डीआरआई ने गिफ्तार कर सोमवार को कोर्ट में पेश किया। यहां से उसे 14 दिन की रिमांड पर 28 जून तक के लिए विभाग को सौंप दिया है।
बाकी तीन आरोपी दिनेश जैन, योगेंद्र जैन और अरविंद नीमा को फिलहाल समन जारी कर बयान लेकर कस्टम एक्ट के प्रावधानों के तहत छोड़ दिया है। आगे जांच में इनकी भूमिका मिलने पर कार्रवाई होगी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है आरोपियों के पास से मिला एक करोड़ नकद भी सोना बेचकर आई हुई राशि थी, इसलिए उसे भी जब्त कर लिया है।
सोना विदेश से आया, यहां गलाया और खुद के जेवर बनाकर बेच दिए
यह सोना विदेश से आया हुआ था, जिसे गलाकर अपना मार्का लगाकर उसे जेवर बनाकर बेचा जा रहा था। विभाग ने कोर्ट में पक्ष रखा है कि अभी भी इस मामले में इन कारोबारियों को सोना सप्लाय करने वाला मुख्य आरोपी फरार है। विभाग की ओर से वकील चंदन एरन ने तर्क रखे।
प्रति किलो 6.5 लाख का मार्जिन, इसलिए तस्करी
99.99 फीसदी शुद्ध होता है दुबई का सोना
जानकारों ने बताया कि भारत में सोने पर 10 फीसदी कस्टम और तीन फीसदी जीएसटी लगता है। इसके चलते सोने पर प्रति किलो साढ़े छह लाख का मार्जिन आता है, वहीं दुबई का सोना 99.99 फीसदी शुद्ध होता है, जिससे कई लोग इसे पिघलाकर और इसमें मिलावट कर इसके अधिक ग्राम के जेवर बनाकर बेचकर तगड़ा मुनाफा कमाते हैं। इसके चलते लगातार भारत में इसकी तस्करी हो रही है और ज्यादातर माल दुबई और अमेरिका से आता है।
करीब 40 फीसदी व्यापार इसी तरह किया जा रहा
भास्कर पड़ताल में खुलासा हुआ है, इंदौर में गोल्ड स्मगलिंग का प्रति माह करीब 400 करोड़ का कारोबार है। कई व्यापारी ऐसे हैं जो 2 लाख के अंदर के सोने के फर्जी व बेनामी बिल बनाकर लोगों को फर्जी ढंग से ब्लैक में सोना बेच देते हैं, क्योंकि 2 लाख से कम अमाउंट पर आईडी की जरूरत भी नहीं लगती। इससे उनकी बिक्री वैध हो जाती है।
करीब 40 फीसदी व्यापार इसी तरह किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक एक दर्जन से ज्यादा व्यापारी बुलियन कारोबार से जुड़े हैं, जो एक दिन में ही 10 कैडबरी (करीब 5 करोड़ से ज्यादा) का धंधा करते हैं। 50 लाख के गोल्ड को व्यापारी को बेचना है तो वह ग्राहक को पूरा न बेचते हुए इस गोल्ड के एवज में पूरे पैसे लेकर उसके 30 फर्जी बेनामी बिल बनाकर वैध तौर पर दर्शाकर टुकड़ों में बेच देता है या रिकॉर्ड में रख लेता है।
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