पोस्ट कोविड कॉम्प्लीकेशन ब्लैक फंगस अब पेट तक जा पहुंचा है। शहर में कुछ मरीज ऐसे मिले हैं, जिनमें छोटी व बड़ी आंत में फंगस मिली है। पहले नाक, चेहरे, दांत, आंख, त्वचा व दिमाग पर ही ब्लैक फंगस का असर दिखाई दिया था। चोइथराम के डॉ. अजय जैन के अनुसार, कोरोना संक्रमण के 10 से 15 दिन बाद मरीज पेटदर्द व दस्त के साथ खून की शिकायत लेकर आए। सीटी स्कैन में पता चला आंतों में छेद हो गया है। अस्पताल में ऐसे तीन-चार मामले आ चुके हैं। उधर, इंदौर में अभी ब्लैक फंगस के 500 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। इनमें इंदौर के अलावा अन्य जिलों के मरीज भी शामिल हैं।
केस 1 - बुजुर्ग की छोटी आंत ही सड़ गई
67 साल के बुजुर्ग को एक महीना पहले कोरोना संक्रमण हुआ था। ठीक होने के 15 दिन बाद पेटदर्द, पेट फुलने और दस्त के साथ खून जाने की शिकायत हुई। छोटी आंत में सूजन थी। ऑपरेशन किया तो पता लगा, छोटी आंत सड़ गई। जांच करवाई तो ब्लैक फंगस पॉजिटिव मिला। हालांकि इस मरीज को बचाया नहीं जा सका।
केस 2 - आंत के बाहर की मेमरिन गल गई
41 साल के मरीज को कोरोना संक्रमण के बाद खून के दस्त की शिकायत हुई। हिमोग्लोबिन 12 से घटकर 9 ग्राम पर आ गया। एंडोस्कोपी में छोटी आंत में बड़ा सा छाला दिखा। यह आर-पार हो गया था। सीटी स्कैन में पता लगा कि छोटी आंत के बाहर की मेमरिन गल गई है। छाला पेनक्रियाज तक पहुंच गया था। मरीज का उपचार जारी है।
हमारे यहां दो मरीजों के पेट में ब्लैक फंगस संक्रमण मिला है, जबकि आठ अन्य रोगियों के फेफड़ों में यह संक्रमण पाया गया। कोरोना से उबरे मरीजों में यह नई समस्या सामने आ रही है। - डॉ. रवि डोसी, अरबिंदो हॉस्पिटल
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