- पुजारी बोले- भक्त हमेशा दान के लिए आगे आ गए, श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन भी राशि दान की
अभी धर्मस्थल भले बंद हैं, पर भगवान और भक्तों के बीच दान की दूरी नहीं रही। इसका प्रमाण है लॉकडाउन के दौरान भगवान खजराना गणेश और रणजीत हनुमान मंदिर के अन्न क्षेत्र पूरे समय चलते रहे। खजराना मंदिर से हर दिन करीब 800 पैकेट तो रणजीत मंदिर अन्नक्षेत्र से 700 भोजन पैकेट कोविड से प्रभावित परिवारों के घर तक नि:शुल्क पहुंचाए।
दानदाताओं की ओर से भी लगातार अनाज, घी और अन्य जरूरी सामग्री पहुंचती रही। किसी ने दस दिन का अनाज तो किसी ने महीने भर का खाद्य तेल एक साथ अन्नक्षेत्र में रखवा दिया। किसी दानदाता ने मंदिर प्रबंधन को बोल दिया कि आप राशन ले लो, भुगतान हम कर देंगे। इस तरह हर दिन 30 से 40 हजार रुपए के भोजन पैकेट हर दिन जरूरतमंदों के यहां एक फोन कॉल पर पहुंचते रहे।
ड्यूटी पर पुलिस जवानों को रणजीत बाबा का मिला प्रसाद
रणजीत हनुमान मंदिर के पुजारी दीपेश व्यास कहते हैं कि मंदिर में ऑनलाइन दान भी आता है। हर माह करीब 20 हजार राशि दान में आती है। अन्न क्षेत्र पूरे समय चलता रहा और यह बाबा रणजीत की ही कृपा थी कि कभी किसी बात की चिंता नहीं रही और हमेशा ही अगले सात दिन के अनाज की व्यवस्था होती रही। इससे हम कोविड में लगातार भोजन पैकेट जरूरतमंदों और कर्फ्यू में ड्यूटी दे रहे पुलिस जवानों आदि को भी भोजन, पानी प्रसाद के रूप में पहुंचाते रहे।
एमवाय में मरीजों को पहुंचता रहा खजराना मंदिर से भोजन
खजराना गणेश मंदिर में प्रबंधन देख रहे प्रकाश दुबे बताते हैं कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत पूरा अन्न क्षेत्र चलता रहा। यहां से एमवाय में मरीजों को भोजन गया। आठ सेक्टर बांटकर फोन नंबर दिए थे। जिनके भी फोन आए, सभी को भोजन पैकेट नि:शुल्क पहुंचाए गए। भगवान गणेश की कृपा ऐसी रही कि दानदाता लगातार आगे आते रहे और हर दिन नि:शुल्क भोजन सेवा जारी रही। पंडितों को भी राशन दानदाताओं की मदद से पहुंचा दिया गया।
5 लाख मास्क, डेढ़ लाख सैनिटाइजर की बोतल भी बांटी
दुबे बताते हैं कि कलेक्टर मनीष सिंह और निगमायुक्त प्रतिभा पाल द्वारा खजराना गणेश मंदिर की ओर से कर्फ्यू के पहले कई जगह से मास्क, सैनिटाइजर वितरण केंद्र बनवाए गए। इस दौरान 5 लाख मास्क और करीब डेढ़ लाख सैनिटाइजर की बोतल बांटी गई। यह श्रद्धालुओं के कारण ही संभव हो सका।
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