इंदौर के उमरीखेडा में संचालित हो रहे एक ढाबा को बंद करवाने पहुंची टीम पर अचानक हमला कर दिया। आरोपी ढाबा संचालक और उसके परिवार वालों ने कुल्हाडी और डंडे उठा लिए। एक महिला ने डंडे से पटवारी से मारपीट भी की। घटना के समय दूसरी कार में एसडीएम व अन्य अफसर बैठे थे। उन्होंने तत्काल पुलिस को फोन लगाकर बुलवा लिया।
तेजाजी नगर पुलिस ने पटवारी मनेन्द्र सिंह राजपूत निवासी 394 साधू वासवानी नगर की शिकायत पर उमरीखेड़ा स्थित श्रीजी ढाबा के संचालक सुरेश देवडा, शशिकांत देवडा, रंजना देवडा, आर्यन देवड़ा और वैशाली सभी निवासी ग्राम शिवनगर के खिलाफ केस दर्ज किया है।
मनेन्द्र सिंह ने पुलिस को बताया कि कोरोनाकाल प्रतिबंध के बाद भी आरोपी सुरेश देवड़ा ढाबा चला रहा है। वहां भीड़ भी लगा रखी थी। तभी वहां टीम ने पहुंचकर भीड़ हटाई और ढाबा बंद करने को कहा। इस पर आरोपी सुरेश व उसका भाई शशिकांत, लड़का आर्यन हाथो मे कुल्हाड़ी लेकर मारने दौड़े। फिर उसकी पत्नी रंजना ने लट्ठ लेकर मारपीट की। इस प्रकार सुरेश और उसके परिजनों ने शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए फरियादी के साथ गाली गलौच कर मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी है।
हो जाती कोई बड़ी अनहोनी
टीआई ने बहादुरी दिखाते हुए देवड़ा को बाहर आने के लिए कहा था। उसे पकड़ने की कोशिश की तो उन पर ही कुल्हाड़ी से वार किया। टीआई सतर्क थे, वो पीछे हट गए। एसडीएम और पुलिस बल के सामने ही देवड़ा और उसके परिवार के लोग कुल्हाड़ी-डंडे लहराते हुए फरार हो गए।
आज ढाबा तोड़ेंगे
एसडीएम ने कलेकटर मनीष सिंह को घटना बताई और उसका आपराधिक रिकार्ड निकाल लिया है। कई लोगों से उसने झगड़ा किया है, लेकिन डर के कारण रिपोर्ट नहीं लिखाई। पुलिस भी उसके गांव में कार्रवाई करने जाने में डरती थी। पहली बार टीआई ने मुकाबला किया और कई धाराओं में केस भी दर्ज कर लिया। आज उसका ढाबा तोड़ने की तैयारी है।
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