Header Ads Widget

Responsive Advertisement

इंदौर:कोरोना प्रबंधन संबंध में सांसद लालवानी एवं कलेक्टर सिंह ने ली समीक्षा बैठक

 

इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं संक्रमित मरीजों को बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए शासन एवं प्रशासन द्वारा युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना प्रबंधन हेतु तैयार की गई कार्ययोजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बुधवार सांसद शंकर लालवानी ने कलेक्टर मनीष सिंह एवं राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ निशांत खरे के साथ जिले के समस्त शासकीय एवं निजी चिकित्सकों की बैठक ली। बैठक में अपर कलेक्टर अभय बेडेकर, एमजीएम कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित, सीएमएचओ डॉ बीएस सैत्या, सिविल सर्जन डॉ संतोष वर्मा सहित सभी शासकीय एवं निजी अस्पतालों के चिकित्सकगण  उपस्थित रहे।

     सांसद शंकर लालवानी ने इंदौर की जनता की ओर से सभी चिकित्सकों को धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस विषम परिस्थिति में डॉक्टर्स ने जिस तरह से अपना सर्वस्व निछावर कर जनता की सेवा की है वह अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की आपूर्ति मे जिन समस्याओं का सामना करना पड़ा था वह भविष्य में ना हो इसके लिए हम अभी से ही कार्य योजना तैयार कर उसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रयासरत रहेंगे। सांसद श्री लालवानी ने कहा कि ऑक्सीजन कि सतत आपूर्ति के लिए जिले के निजी चिकित्सालयों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं साथ ही कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए भी पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट बनाए जा रहे हैं।

कोरोना संक्रमित महिलाओं एवं बच्चों के लिए डेडीकेटेड अस्पताल किए जा रहे हैं तैयार

     कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि जिले के 32 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की कार्ययोजना बनाई गई है। जिसके तहत पांच अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं एवं शेष में जल्द ही स्थापित किए जाएंगे। इस तरह उक्त ऑक्सीजन प्लांट्स के माध्यम से 51 मेट्रिक टन की ऑक्सीजन क्षमता उपलब्ध कराई जा सकेगी। कलेक्टर सिंह ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए महिलाओं एवं बच्चों के लिए डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाए जा रहे हैं, जिसके अंतर्गत एमटीएच, पीसी सेठी एवं हुकुमचंद अस्पताल कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के इलाज के लिए तैयार किए जा रहे हैं। कलेक्टर सिंह ने बताया कि जिले में पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट तथा एनआईसीयू यूनिट तैयार किए जा रहे हैं जिसके तहत शासकीय अस्पतालों में 672 की बेड क्षमता एवं निजी अस्पतालों में एक हजार तक की बेड क्षमता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने सभी शासकीय एवं निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि वह अपने अस्पतालों में पीडियाट्रिक केयर के लिए जरूरी मानव संसाधन और मेडिकल इक्विपमेंट की आवश्यकता सूची तैयार कर सीएमएचओ को जल्द से जल्द भिजवाएं।

     राज्य आपदा प्रबंध समिति के सदस्य डॉ निशांत खरे ने कहा कि जिन अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं वहां ऑक्सीजन के जीरो वेस्टेज हेतु विशेषज्ञों के माध्यम से बेस्ट प्रैक्टिसेज का एक ट्रेनिंग सेशन आयोजित किया जाएगा। इसी तरह पीडियाट्रिक ट्रीटमेंट के लिए भी मास्टर ट्रेनर्स द्वारा सभी अस्पतालों को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ