इंदौर शहर में नागरिकों ने जिस तरह से स्वच्छता के लिये पहल कर इसे सिरमौर बनाया था उसी तरह की पहल अब वैक्सीनेशन के लिये हो रही है। नगर की अनेक टाउनशिप और हाउसिंग सोसायटी प्रशासन के साथ समन्वय बैठाकर टीकाकरण शिविर का आयोजन कर रही हैं। बिना वैक्सीन लगाये कॉलोनी में प्रवेश को प्रतिबंधित कर एक नया संदेश दिया जा रहा है।
इसी क्रम में अपोलो डीबी सिटी के क्लब हाउस में आज 8 जून को नगर निगम के सहयोग से वैक्सीनेशन कैंप लगाया गया। कैंप में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ऑन स्पॉट बुकिंग कर वैक्सीन लगाई गई। प्रशासन द्वारा तय किये गए हाई रिस्क केटेगिरी के लोग जिनमें हाउस कीपिंग, सिक्योरिटी गार्ड , हाउस मेड , ड्राइवर , कार वॉशर से लेकर , हॉकर , दूध बंदी वाले , सब्जी, किराना वेंडर, मजदूर , माली और इस तरह के सभी स्टाफ का वैक्सिनेशन इस कैम्प में किया गया। जिन फ्लैटों में रिनोवेशन वर्क चल रहा है , उनमें शामिल वर्कर को भी वैक्सिनेशन के लिये प्रेरित किया गया। सोसायटी ने निर्णय लिया कि 15 जून के बाद वैक्सीन नहीं लगवाने वाले किसी भी स्टॉफ को एंट्री नही दी जाएगी।
सोसायटी में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार राजेश ज्वेल बताते है कि अपोलो डीबी सिटी ने ही सबसे पहले अपने रहवासियों के लिए बॉम्बे हॉस्पिटल के सहयोग से मार्च के महीने में वैक्सीनेशन कैंप लगवाया था। अब सभी वर्करों के लिए कैंप लगाया गया। जिस तरह मंडियों और बाजारों में प्रशासन ने पहल की है कि बिना वैक्सीन लगवाए प्रवेश नहीं दिया जाए , उसी तरह का कदम अपोलो डीबी सिटी ने भी उठाया है ,यह इंदौर की ऐसी पहली टाउनशिप है , अभी बड़ी संख्या में वर्कर वैक्सीन लगवा रहे हैं। आज कुल 422 वर्कर को वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया है। वैक्सीनेशन के साथ-साथ पिछले 14 महीनों से कोविड टेस्टिंग कैंप भी इसी तरह लगातार लगाए जाते रहे हैं। अभी तक 500 से अधिक वर्करों का कोविड टेस्ट भी कराया जा चुका है, ताकि टेस्टिंग , ट्रेसिंग के साथ उनका ट्रीटमेंट भी समय पर करवाया जा सके।
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