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बदले नियम:पीएफ से आधार लिंक नहीं तो जमा नहीं हाेगा अंशदान

 

  • 1 जून से सख्त हाे गए हैं नियम, हर खाताधारक का पीएफ खाता आधार से लिंक होना जरूरी

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के नए नियमों के अनुसार अब आपको अपने ईपीएफ के यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) के साथ आधार को लिंक करना अनिवार्य होगा। एक जून से नियम बदल गए हैं। खाता आधार से लिंक न होने पर इलेक्ट्रॉनिक चालान कम रिटर्न यानी ईसीआर नहीं भरा जाएगा। इसलिए आधार लिंक न होने पर कंपनी की तरफ से प्राप्त होने वाले पीएफ शेयर में मिलने में परेशानी खड़ी हो सकती है। जिले में करीब एक लाख कर्मचारी हैं।

एम्लायर की है जिम्मेदारी
यह नियम छह साल पहले ही बन चुका था, लेकिन 1 जून से अनिवार्य कर दिया गया है। इस बारे में कर्मचारियों के लिए नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है। इस काम की जिम्मेदारी नौकरी देने वाली कंपनी यानी एंप्लॉयर की होगी कि वो अपने कर्मचारियों से कहे कि वे अपना पीएफ आधार से वेरिफाई करवाएं।

नियोक्ता से कहा गया है कि 1 जून के बाद से अगर कोई अकाउंट आधार से जुड़ा नहीं है या UAN को आधार से वेरिफाइड नहीं किया गया है तो ऐसी स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक चालान और रिटर्न (ECR) नहीं भरा जा सकेगा।

इस तरह पीएफ एकाउंट से लिंक करें आधार

  • सबसे पहले ईपीएफओ पोर्टल epfindia.gov.in पर जाना होगा।
  • ऑफिशियल वेबसाइट epfindia.gov.in पर लॉगइन करें।
  • अब ऑनलाइन सर्विस विकल्प में ई-केवाईसी पोर्टल पर जाएं और लिंक यूएएन आधार पर क्लिक करें।
  • इसके बाद यूएएन नंबर और पंजीकृत मोबाइल नंबर डाले अब आपको ईपीएफओ के पंजीकृत नंबर पर ओटीपी मिलेगा।
  • यहां आपको ओटीपी और 12 अंकों वाले आधार नंबर को डालकर सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  • इसके साथ ही ओटीपी वेरिफिकेशन विकल्प पर भी क्लिक करें।
  • आधार वेरिफिकेशन के लिए आधार से लिंक मेल के लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी को लिखें।
  • ईपीएफओ आपके आधार-ईपीएफ लिंकिंग के लिए आपकी कंपनी से संपर्क करेगा। आपकी कंपनी अगर आपके आधार सीडिंग को ईपीएफ खाते से प्रमाणित कर देगा तो ईपीएफ खाता आधार से लिंक हो जाएगा।

नियम पुराना, अब सख्ती
यूनिवर्सल अकाउंट काे आधार से लिंक करने का नियम वर्ष 2014 में ही बन चुका था, लेकिन कर्मचारियाें की उदासीनता व इसके बाद काेराेनाकाल की वजह से इससे जुड़े काम लंबित हाेते चले गए। यही कारण है कि अब यह नियम सख्ती से लागू कराया जा रहा है। इससे कहीं से किसी तरह की लापरवाही की संभावनाएं नहीं बनेगी। इससे धाेखाधड़ी की आशंका भी कम हाे जाएगी। -सुधाकर राव भाैंसले, सेवानिवृत क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त वर्ग-2

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