परिवार के ऐसे मुखिया जो सरकारी सेवा में थे और जिनकी कोरोना से मौत हो गई, उनके आश्रितों को सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति दे दी है। शहर में ऐसे 26 परिवार हैं जिनके माता या पिता की कोरोना से मौत हो गई। शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने उन्हें ये नियुक्ति पत्र वर्चुअल उपस्थिति में सौंपे।
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पाने वाले युवाओं से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बात की और भरोसा दिलाया कि सरकार हमेशा उनके साथ है। यह स्कीम कोरोना में खो चुके सरकारी कर्मचारियों के पात्र आश्रितों को सरकारी सेवा देने के लिए चलाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर ने इस दिशा में पूर्ण मानवीय संवेदनाओं एवं गंभीरता के साथ काम किया है। उन्होंने नौकरी पाने वालों को कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि सभी पूरी मेहनत एवं लगन से सरकारी तथा पारिवारिक उत्तरदायित्वों का पूरी तरह निर्वहन करेंगे। परिजनों को खोना गहरा आघात है। दु:ख की इस घड़ी में सरकार की पूरी संवेदना के साथ उनके साथ है।
कलेक्टर मनीष सिंह ने स्कीम के तहत नियुक्ति देने के कामों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। उन्होंने कहा कि नौकरी पाने वालों में अब सुरक्षित भविष्य का नया विश्वास जगा है। वे अब अपनी परिजनों को खोने की पीड़ा से उबरने का प्रयास करेंगे। अपने परिवार की देखभाल के साथ ही समाज के कल्याण और देश के विकास में सहभागी बनेंगे। नियुक्ति पाने वाले आशुतोष फणसे, कुशाल वर्मा, निधि अहिरवार, सतीश गेहरवाल आदि से मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेसिंग में बात की और आभार जताया।
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