- दो अलग -अलग बार का मामला, एक बार सील, पुलिस का दावा दो ही मौत
23 और 24 जुलाई के दौरान शहर के पैराडाइज और सपना बार में शराब पीने के बाद तीन दिन में चार युवकों की मौत हो गई। इनमें तीन पुराने दोस्त थे। सभी ने एक साथ पार्टी की थी। दो गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। शॉर्ट पीएम में तीनों के शरीर में जहर मिला है। जबकि तीसरे दोस्त ने इनके साथ शराब नहीं पी थी। तीनों की मौत एक-दो दिन में ही हो गई। उधर, एक मृतक का पीएम नहीं हुआ। एसपी का दावा है कि शराब जहरीली नहीं थी, लेकिन मौत के कारण को जांच रहे हैं। पुलिस ने सिर्फ दो लोगों की मौत की जानकारी दी है।
तीसरे की मौत ने उलझाई गुत्थी
23 जुलाई को पैराडाइज बार में स्कीम नंबर 155 निवासी सागर पाटिल व उसका दोस्त छोटू उर्फ शिशिर तिवारी (26) दोपहर से शराब पी रहे थे। बाद में 5 दोस्त और आ गए। रात तक शराब पीते रहे। 24 को सागर की तबीयत बिगड़ी और रात में मौत हो गई। कांस्टेबल पत्नी व परिजन बिना पीएम उसका शरीर धुलिया ले गए। फिर 25 को शिशिर की तबीयत बिगड़ी। उसने भी दम तोड़ दिया। 26 को रिंकू वर्मा व अभिषेक अग्निहोत्री बीमार हुए। अगले दिन अभिषेक की मौत हो गई, जबकि रिंकू अस्पताल में है। अभिषेक पार्टी में शामिल भी नहीं हुआ था।
इसी ने गुत्थी उलझा दी है। शिशिर व अभिषेक दोनों की शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में जहर मिला है। उधर, 24 जुलाई को मरीमाता के सपना बार में शराब पीने के अगले दिन सचिन गुप्ता (39) की मौत हो गई। उसकी पीएम रिपोर्ट में भी जहर मिला। वहीं पैराडाइज बार में शराब पीने के बाद 24 को मोहन ठाकुर भी बीमार हुए।
परिजन बोले : शराब पार्टी के बाद ही तबीयत बिगड़ी और जान चली गई
सोमवार को पीएम कराने आए शिशिर के भाई सौरभ ने कहा- पार्टी के बाद रात में उसे उल्टियां हो रही थी। सुबह उसे बॉटल चढ़ाई। फिर उसकी सांसें थम गई। ये पांच-छह लोग शराब पार्टी कर रहे थे। उसके बाद ही सागर और शिशिर की मौत हुई है। मंगलवार को पीएम करवाने आए अभिषेक के परिजन बोले कि हमारा बेटा शराब नहीं पीता था। यह झूठ है। हालांकि दोस्तों ने इसकी पुष्टि की है।
पुलिस का दावा : बार में 100 से ज्यादा लोग थे, शराब जहरीली होती तो और भी मौत होती
एसपी महेशचंद्र जैन ने मंगलवार शाम को मीडिया से चर्चा में बताया कि दो की मौत हुई है। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में सस्पेक्टेड पॉइजन मौत की वजह आई है। बाकी के लोगों की मौत नहीं हुई है, इसलिए यह माना जाता है कि शराब जहरीली नहीं थी। यदि शराब जहरीली होती तो और भी लोगों की मौत होती, क्योंकि वहां 100 से ज्यादा लोगों ने शराब पी थी। बार वाला भी लाइसेंसी दुकान से शराब लेता था। फिलहाल बार को सील कर दिया है। उसकी बॉटल और सैंपल लिए हैं।
यह शराब के ओवर डोज का मामला है
- अधिक शराब पीने से अगर उल्टियां शुरू हो जाएं तो यह समझ लेना चाहिए कि ये शराब के ओवरडोज का मामला है। हमारे यहां अधिकांश मौतें ज्यादा शराब पीने से ही होती हैं। हालांकि जो घटनाक्रम सामने आया है इस तरह के मामलों में आपसी दुश्मनी के बिंदु पर भी जांच होना चाहिए। यदि शाॅर्ट पीएम में सस्पेक्टेड पॉइजन आया है तो उसकी लैब में जांच होना चाहिए। -डॉ. हरिप्रसाद यादव, पेट रोग विशेषज्ञ
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