इंदौर नगर निगम में भ्रष्टाचार पर ED ने बड़ी कार्रवाई की है। ED ने भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित इंदौर नगर निगम के बेलदार असलम खान की करीब 5 करोड़ की संपत्ति अटैच कर ली है। इनमें 1 किलो से ज्यादा सोना, 4 प्लाॅट, खेती की जमीन और 25 लाख कैश है। ED ने पिछले साल उस पर मनी लॉन्ड्रिंग में केस दर्ज किया था।
ED अब यह पड़ताल कर रही है कि मात्र 18 हजार की मासिक तनख्वाह पाने वाले बेलदार ने इतनी संपत्ति कैसे जमा कर ली? आशंका है कि इसमें निगम के अधिकारियों की भी मिलीभगत थी। अगस्त 2018 में लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई में असलम के यहां से करीब 25 करोड़ की संपत्ति मिली थी।
5 लाख के बकरे ही मिले थे
इंदौर लोकायुक्त की टीम ने बेलदार असलम खान के स्नेहलतागंज स्थित देवछाया अपार्टमेंट में 6 अगस्त 2018 को कार्रवाई की थी। इसके बाद उसके पांच घरों पर कार्रवाई की। यहां 5 लाख के तो सिर्फ बकरे ही मिले थे। इसके साथ 1 किलो सोना, 25 लाख कैश और 25 बाकी संपत्तियों का पता चला था। असलम खान ने अपने घर में एक बेहतरीन होम थियेटर बना रखा था।
16 साल की नौकरी में अब तक मिले 22 लाख
एसपी बघेल ने बताया कि 2003 में पिता की मौत के बाद असलम खान को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। 16 साल की नौकरी में उसे वेतन-भत्तों के रूप में करीब 22 लाख रुपए ही मिले थे। इसकी तुलना में उसके यहां से कई गुना से ज्यादा की संपत्ति मिली थी।
अब तक 7 बार निलंबित हो चुका, 8वीं बार में किया बर्खास्त
सूत्रों के मुताबिक, पिता की जगह अनुकंपा नियुक्ति पर नौकरी में लगा असलम खान अब तक सात बार निलंबित हो चुका है। रसूखदारों, राजनीतिक आकाओं और कुछ चुनिंदा अफसरों की शह पर वह बहाल होता गया और कमाई वाले पदों पर नियुक्तियां लेता रहा। 8वीं बार उसे निलंबित करने के बजाय निगमायुक्त आशीष सिंह ने उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया था।
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