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सावधान... अब मलबा फेंकने वालों पर पैनी नजर:5 हजार रु. का ऑन द स्पॉट फाइन भरना होगा, लोग ‘इंदौर 311’ एप की ले सकते हैं मदद

 

स्वच्छता में लगातार चार बार देश में परचम लहराने वाले इंदौर में अभी भी भले ही कचरा रोजाना उठता हो लेकिन नगर निगम के अधिकारी अब खुले मैदानों व अन्य स्थानों पर फेंके जाने वाले मलबे से परेशान हैं। रातोंरात शहर के किसी भी क्षेत्र में लोगों द्वारा मलबा फेंक दिया जाता है। ऐसे लोगों के खिलाफ अब नगर निगम की सख्ती रहेगी। मौके पर पकड़े जाने पर संबंधितों को 5 हजार रु. का स्पॉट फाइन भरना होगा।

कई दिनों से इस तरह की शिकायतें आने पर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने सभी जोनों के अधिकारियों को इसे लेकर कार्रवाई करने को कहा है। पाल ने कहा कि शहर की खूबसूरती पर दाग लगाने वाले लोगों की पहचान कर उन पर 5 हजार रु. का स्पॉट फाइन किया जाएं। मलबे की मात्रा ज्यादा होने पर फाइन बढ़ाया भी जा सकता है। लोग निर्माण से जुड़े मलबे के निपटारे के लिए ‘इंदौर 311’ मोबाइल एप के माध्यम से निगम को सूचना दे सकते हैं और निर्धारित चार्ज जमाकर उसे उठवा सकते हैं।

बेकार मलबे से ईटें, मेन होल के ढक्कन और टाइल्स का निर्माण
इधर, केंद्र सरकार के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के आईएमसी के सलाहकार असद वारसी ने बताया कि शहर में निर्माण के बेकार मलबे से ईटें, मेनहोल के ढक्कन, इंटरलॉकिंग टाइल्स और आदि बनाई जा रही है। यह सब आधुनिक मशीन से हो रहा है। अभी हर रोज 100 टन मलबे को सामग्री में बदला जाता है। शहर में निर्माण गतिविधियों में तेजी आने के मद्देनजर अब क्षमता पांच गुना बढ़ाकर 500 टन रोज की जा रही है। अभी शहर में औसतन 300 टन निर्माण मलबा हर रोज निकलता है।


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