इंदौर जिले में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुये अभी से तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर बच्चों के लिये पर्याप्त संख्या में बेड्स के इंतजाम अस्पतालों में किये जा रहे है। साथ ही कोरोना से निपटने के लिये पर्याप्त मानव संसाधन की व्यवस्था भी की जा रही है।
इस संबंध में यहां जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट द्वारा चिन्हित अस्पतालों के प्रतिनिधियों की बैठक ली गई। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह, राज्य आपदा प्रबंधन समिति के डॉ. निशांत खरे,गौरव रणदिवे, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पी एस ठाकुर भी उपस्थित थे। बैठक में सिलावट ने निर्देश दिये कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुये जिले में सभी एहतियाती प्रबंध सुनिश्चित किये जाये। चिन्हित सभी अस्पताल अपने यहां बच्चों के लिये विशेष रूप से बेड्स की संख्या निर्धारित कर उन्हें तैयार रखें। बैठक में सिलावट ने कहा कि प्रदेश में इंदौर स्वास्थ्य का बड़ा हब है। यह चिकित्सकों के कारण ही है। यहां पर बेहतर सुविधाएं, संसाधन एवं इलाज है। उन्होंने कहा कि जिस तरह चिकित्सकों ने कोरोना के दोनों चरणों में सहयोग दिया है उसी तरह का सहयोग अगर तीसरी लहर आती है तो उसमें भी करें। जिस तरह से आशंका व्यक्त की जा रही है कि इस तीसरी लहर में बच्चे अधिक प्रभावित होंगे उसको देखते हुए विशेष सतर्कता एवं सावधानी बरती जाए। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की है की यह प्रयास किये जाये कि तीसरी लहर आए ही नहीं।
कलेक्टर मनीष सिंह ने बैठक में बताया कि जिले में कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर 50 अस्पतालों को चिन्हित किया गया है। इनमें लगभग 2400 बेड की विशेष व्यवस्था बच्चों और गर्भवती माताओं के इलाज के लिए की गई है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी प्रसूति गृह नर्सिंग होम में कोरोना पॉजिटिव गर्भवती माताओं के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था रहेगी। शासकीय क्षेत्र में पीसी सेठी हॉस्पिटल और एमटीएच अस्पताल में भी विशेष व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि नवजात शिशुओं एवं बड़े बच्चों के इलाज के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। बच्चों के लिए विशेष रूप से आईसीयू बेड रहेंगे। उन्होंने बताया कि बच्चों के इलाज के संबंध में डॉक्टर, स्टाफ, नर्स आदि पैरामेडिकल स्टाफ को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि विशेष अस्पताल, इंडेक्स, चोइथराम, बांबे हास्पिटल आदि में कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं के प्रसव और जरूरत पड़ने पर उनके ऑपरेशन की विशेष व्यवस्था रहेगी। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। व्यवस्थाओं के निरीक्षण के लिए दो समितियों का गठन किया जा रहा है।
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