- जलप्रदाय की सबसे ज्यादा शिकायतें, जून में 145, जुलाई में 160 शिकायतें,
- जय प्रदाय की जून और जुलाई में 305 शिकायतें; अपर आयुक्त बोले- लापरवाही पर अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
इंदौर में नंबर एक का तमगा लगा चुके नगर निगम के 19 जोनों में एक जोन ऐसा है। जहां शहर की अकेले 40 प्रतिशत शिकायतें दर्ज हैं। यहां पूर्व की शिकायतों का निराकरण करने के बजाय उस पर अनदेखी की जा रही है। मामला नगर निगम के हवाबंगला जोन क्रमांक 14 का है। जहां शहरभर के 19 जोनों में कुछ महीने से सबसे ज्यादा शिकायत दर्ज की जा रही है। इसमें जून महीने में 145, जुलाई में 160 शिकायतें की गई। इन्हें निपटाने के बजाय एई और उपयंत्री इसे बढ़ा रहे हैं।
कलेक्टर के आदेश को भी दिखाया ठेंगा
12 जुलाई को ही कलेक्टर मनीष सिंह ने समीक्षा बैठक के दौरान सभी विभागों के अधिकारियों को सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण करने के लिए निर्देश दिए थे। उन शिकायतों का समय सीमा में निराकरण सुनिश्चित करने और लापरवाही नहीं करने की हिदायत भी दी थी, लेकिन अधिकारी भी बैठक रूम से बाहर आने के बाद कलेक्टर के उस निर्देश को ही भूल गए। वर्तमान में हालात यह है कि कलेक्टर के निर्देश देने के बाद भी शिकायतों के निराकरण होने की जगह हवाबंगला जोन पर शिकायतों की सख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शासन के आदेश के अनुसार प्रत्येक निकाय को 80% न्यूनतम शिकायतों का निराकरण शिकायतकर्ताओं की संतुष्टि के साथ किया जाना आवश्यक है।
मामले में अपर आयुक्त का कहना था कि यह शिकायतें नर्मदा विभाग की है। जिसमें काम किया जा रहा है। निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल हर सप्ताह मॉनिटरिंग कर रही हैं। निराकरण नहीं करने वाले अधिकारियों को दंडित भी किया जा रहा है।--अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह
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