चलिए , आपको रेल के सुहाने सफर पर ले चलते हैं- बारिश में खिल उठीं मालवा की पहाड़ियों के बीच। महू से पातालपानी-कालाकुंड तक चलने वाली हेरिटेज ट्रेन 16 महीने बाद फिर चली। सुबह 11.05 पर ट्रेन के चलने से पहले पैसेंजर्स आ गए। सुहाने सफर पर जाने की बेताबी चेहरों पर थी। बच्चों की खुशी देखते ही बनी। स्टेशन पर ही सेल्फी सेशन हुए। गार्ड के सीटी देते ही ट्रेन स्टेशन को छोड़ हरीभरी वादियों के बीच चल पड़ी।
ट्रेन की खिड़की-दरवाजों से होकर चेहरों पर पड़ती ठंडी हवा और बारिश में भीग चुकी मिट्टी की भीनी-भीनी खुशबू का अहसास शब्दों में बयां करना मुश्किल है। ट्रेन हरीभरी पहाड़ियों से होकर गुजरी। ट्रेन सुरंग से गुजरी तो यात्री रोमांचित हो गए। रेल की छुक-छुक, फुहारों की टिप-टिप का शोर जब हवा के जरिए वादियों से टकराकर वापस आता तो मानों लगता प्रकृति तान छेड़ रही हो। पातालपानी होते हुए दो घंटे बाद दोपहर 1.05 मिनट पर ट्रेन कालाकुंड में जाकर रुकी।
AC का 250, नॉन AC किराया 20 रु
महू-पातालपानी-कालाकुंड के बीच हेरिटेज ट्रेन मार्च-2020 से बंद थी। रेलवे PRO खेमराज मीना के अनुसार ट्रेन में दो विस्टाडोम (AC चेयरकार) कोच और तीन नॉन AC कोच हैं। विस्टाडोम कोच को C-1, C-2 जबकि नॉन AC कोच का D-1, 2, 3 के रूप में नामकरण किया है। हेरिटेज ट्रेन में आने-जाने का अलग-अलग टिकट लेना होगा। इसमें AC चेयरकार का 265 रुपए, जबकि नॉन AC चेयरकार का किराया 20 रुपए प्रति टिकट रहेगा। टिकट की बुकिंग ऑनलाइन या आरक्षण केंद्रों से भी करवाई जा सकेगी। ट्रेन की बुकिंग 4 अगस्त से शुरू होगी।
आप ऐसे उठा सकेंगे लुत्फ
- महू से ट्रेन रवाना होगी : सुबह 11.05 बजे।
- कालाकुंड पहुंचेगी : 1.05 बजे।
- वापसी में कालाकुंड से रवाना होगी शाम 3.34 बजे।
- महू आएगी शाम 4.30 बजे।
2018 में हेरिटेज किया गया था घोषित
महू से पातालपानी-कालाकुंड तक चलने वाली हेरिटेज ट्रेन का 30 किमी का ट्रैक है। 1877 में यह रेलवे लाइन बिछाई गई थी। पहले इसे बंद करने की योजना थी, लेकिन पर्यटनस्थल को देखते हुए इसे बंद ना करके छोटी ट्रेन चालू रखी। 2018 में इसे हेरिटेज ट्रैक घोषित किया गया। इसकी खास बात ये है कि रास्ते में हरियाली बहुत ज्यादा है। इसका लुत्फ लोग लेते हैं।
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