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शहर में तेजी बारिश शुरू:20 मिनिट में ही सड़कें तरबतर, घुटनों तक भरा पानी, बाद में बोवनी हुई सोयाबीन के लिए होगी फलदायी

 

द्वारकापुरी में घुटनों तक पानी भर गया व वाहन चालक गिरते रहे। - Dainik Bhaskar

कई दिनों से बादल छाने से तेज बारिश की संभावना की उम्मीदें कर रहे लोगों खासकर किसानों के लिए शुक्रवार का दिन अच्छा रहा। रोज की तरह दिनभर बादल छाने के बाद शाम को तेज बारिश शुरू हो गई जिससे 20 मिनिट में ही शहर की सड़कें तरबतर हो गई और कई स्थानों पर पानी भी भर गया। इससे लोगों को जहां राहत मिली वहीं उन किसानों के चेहरे खिल गए जिन्होंने बाद में सोयाबीन की बोवनी की थी। यह बारिश फसल के लिए फलदायी मानी गई है। मौसम विभाग ने 24-24 अगस्त तक बािरश की संभावना जताई है। इसमें 20-21 अगस्त को तेज तथा इसके बाद कभी हल्की तो कभी सामान्य वर्षा के संकेत दिए हैं।

शाम करीब 5 बजे पहले हल्की बूंदाबंूदी शुरू हुई और एकदम तेज हो गई। खास बात यह कि शहर के हर हिस्से में ऐसी ही बारिश शुरू हुई जिससे मौसम में और ठंडक घुल गई। हालांकि तीन दिन पहले ही मौसम विभाग ने 48 घंटों में सामान्य बारिश की संभावना भी जताई थी। मौसम वैज्ञानिक डॉ. एचएल खापडिया (एग्रीकल्चर कॉलेज) ने बताया कि अभी पश्चिम मप्र में कम दबाव का सिस्टम है। इसके चलते इंदौर, खण्डवा, खरगोन, धार, झाबुआ, आलीराजपुर आदि जिलों में बारिश जारी रहेगी। इस बारिश से उन सोयाबीन फसलों को नुकसान की आशंका है जिन्होंने सबसे पहले बोवनी की थी और 40 से 50 दिन हो गए हैं क्योंिक कुछ दिन पहले ही इन फसलों में इल्लियों का भी प्रकोप शुरू हो गया है। जिन किसानों ने सोयाबीन की बाद में बोवनी की है उनके लिए यह बारिश फायदेमंद है।

रानीपुरा मेन रोड में पानी निकासी का कोई सिस्टम नहीं।

उधर, शहर में रक्षा बंधन के त्यौहार के चलते बाजारों में रौनक बढ़ गई है। हालांकि गुरुवार को जन आशीर्वाद यात्रा के चलते इसका असर बाजारों में भी पड़ा और सैकड़ों लोगों के वाहन जाम में फंस गए तो कइयों को लौटना पड़ा था। अब शुक्रवार को बाजारों में खरीदी का माहौल बना ही था कि तेज बारिश शुरू हो गई। इसके चलते लोग इधर-उधर बचते रहे। इस दौरान द्वारकापुरी, रानीपुरा मेन रोड आदि ऐसे क्षेत्र रहे जहां पानी की निकासी नहीं होने से घुटनों तक पानी भर गया। रानीपुरा मामले में तो कई बार रहवासी सीएम हेल्प लाइन, नगर निगम को शिकायत कर चुके हैं लेकिन हल नहीं निकला। रहवासी मुस्ताली लमक व अन्य ने बताया कि यहां पुराने समय की नालियों का सिस्टम है जिससे बारिश वह नालियां जाम हो जाती है और घुटनों तक पानी भर जाता है जिससे आवाजाही व व्यापार काफी प्रभावित होता हैृ।हालांकि बारिश से आमजन, दुकानदार, किसान आदि खुश ही हैं क्योंकि अगस्त के 20 दिन बीत चुके हैं और इस माह का कोटा 15 इंच का रहता है। वैसे अब तक करीब 23 इंच ही बारिश हुई है जबकि औसतन कोटा 33-34 इंच का है।

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