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स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इंदौर केंद्रीय जेल से 24 कैदियों को मिली आजादी


इंदौर "एक क्षण की गलतीलंबे समय तक पश्चाताप बनके रहती है। लेकिन इससे हमें आने वाले जीवन के लिए उम्मीदों की कल्पना नहीं छोड़नी चाहिए। अच्छे आचरणअभ्यास और संस्कार के द्वारा हमें आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन समाज में एक नया उदाहरण बनाने का संकल्प लेना चाहिए। इसी उद्देश्य को सार्थक रूप देने के लिए गत दिवस प्रदेश भर में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदियों को रिहा किया गया और मुझे उम्मीद है कि इंदौर केंद्रीय जेल से रिहा हो रहे कैदी अपने संस्कार और संस्कृति की नई प्रेरणा बन समाज में मिसाल पेश करेंगे।" इन शब्दों के साथ इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री एवं गृहजेलसंसदीय कार्यविधि विधायी कार्य विभाग मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर केंद्रीय जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 24 कैदियों को रिहाई प्रमाण पत्र प्रदान किया। मंत्री डॉ. मिश्रा स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर इंदौर केंद्रीय जेल में आयोजित हुए रिहाई समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री जीतू जिरातीश्री मधु वर्माकेन्द्रीय जेल अधीक्षक श्री राकेश भांगरे सहित केंद्रीय जेल के अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं बंदी उपस्थित रहे।

      मंत्री डॉ. मिश्रा ने जेल में रह रहे कैदियों को अच्छा आचरण और स्वभाव अपनाने की सलाह दी और कहा कि अभ्यास के माध्यम से जेल में रह रहे कैदियों के लिए भी आगे आने वाले दिनों में सुनहरा कल जरूर आएगा। कार्यक्रम में जेल के कैदियों द्वारा मलखम्ब खेल की शानदार प्रस्तुति दी गई एवं कार्यक्रम की सारी साज-सज्जा का कार्य भी जेल में रह रहे कैदियों द्वारा किया गया।

      जेल अधीक्षक श्री राकेश भांगरे ने बताया कि शासन के माफी आदेश का पालन करते हुए केंद्रीय जेल से 24 कैदियों को रिहा किया गया हैजिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। ये कैदी आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। ये वे कैदी हैंजिन्होंने अपनी 20 साल की सजा पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि जेल में संचालित उद्योगों में जो काम कैदियों द्वारा किया जाता हैउसका मेहनताना उन्हें रिहाई के समय दिया जाता है। कैदियों को यहां से रिहा करते समय यह समझाइश दी गई है कि उन्होंने जो एक गलती कर अपने 20 साल यहां गुजारे हैं। वैसी गलती दोबारा ना करें और अपने परिवार के साथ अच्छे से रहें।

*रिहा हुए कैदियों के चेहरे पर दिखी खुशी की चमक*

      कार्यक्रम के दौरान मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से प्रमाण पत्र पाने के पश्चात रिहा हुए कैदियों के चेहरे पर खुशी की चमक साफ दिखाई दे रही थी। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर केंद्रीय जेल से आजाद हुए एक कैदी ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस उनके जीवन में एक नई आजादी लेकर आया है। वे अपना जीवन अब एक नए ढंग से शुरू करेंगे और लोगों के लिए प्रेरणा बनेंगे।

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