इंदौर जिले के प्रभारी तथा गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र अपने इंदौर प्रवास के दौरान हातोद पहुंचे। यहां उन्होंने स्वास्थ सुविधा के क्षेत्र में बड़ी सौगात के रूप में 30 बिस्तरीय अस्पताल के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। यह अस्पताल लगभग 448 लाख रूपये की लागत से बनेगा। इस अस्पताल के भवन को बनाने के लिये 18 महीने की समय-सीमा निर्धारित की गई है।
इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, पूर्व विधायक मनोज पटेल तथा राजेश सोनकर, गौरव रणदिवे सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। इस अवसर पर संबोधित करते हुये प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा कि कोरोना काल से हमें बहुत कुछ नया सीखने को मिला है। प्रकृति से दूर रहने के दुष्परिणाम भी दिखाई दिए हैं। उन्होंने कहा कि हम भारतीय संस्कृति के पोषक हैं, इस संस्कृति से हमें प्रकृति के साथ रहना सिखाया जाता है। प्रकृति और भारतीय संस्कृति के साथ रहकर निरोगी रहने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश में स्वास्थ्य से जुड़े हुए अमले एवं पुलिस ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि हातोद में बनने वाले अस्पताल को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। साथ ही इस अस्पताल में ऑक्सीजन की व्यवस्था भी की जाएगी।
इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी ने अपने संबोधन में कहा कि इंदौर जिले में कोरोना काल के पूर्व अनुभव को देखते हुए वर्तमान में अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह अस्पताल इस दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि देपालपुर क्षेत्र के विकास की तरफ विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यहां सांवेर, देपालपुर, हातोद और धार रोड होते हुए बायपास बनाने की योजना तैयार की जा रही है, इसके लिए प्रारंभिक सर्वे शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में एक लॉजिस्टिक हब भी बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि देपालपुर क्षेत्र को मुंबई-दिल्ली इंडस्ट्रियल कॉरिडोर से जोड़े जाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुलावट को पूर्व मंत्री स्वर्गीय श्री निर्भय सिंह पटेल की स्मृति में प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक मनोज पटेल ने कहा कि हातोद में 30 बिस्तरों का अस्पताल बनने से बड़ी राहत मिलेगी। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने में भी यह अस्पताल मददगार होगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार एवं इसे सुदृढ़ बनाने पर तेजी से कार्य किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक राजेश सोनकर ने कहा कि यह अस्पताल बन जाने से देपालपुर और हातोद के साथ ही सांवेर क्षेत्र के अनेक गांवों के ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके बन जाने से स्वास्थ्य क्षेत्र की बड़ी जरूरत पूरी होगी।
इस अस्पताल भवन के निर्माण से हातोद के अतिरिक्त देपालपुर विकास खण्ड तथा सांवेर विकास खण्ड के कुल 40 गावों की जनता को चिकित्सीय सेवाओं का लाभ मिलेगा। अस्पताल भवन के नव निर्माण से शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्रीरोग विशेषज्ञ, मेडिकल विशेषज्ञ उपचार के लिये उपलब्ध होंगे। ओपीडी के साथ आवश्यकता के अनुसार इनडोर पेशेन्ट सुविधा भी उपलब्ध होगी। वर्तमान में केवल सामान्य डिलीवरी संबंधी ही उपचार की सुविधा है। इस निर्माण के बाद सीजेरियन की सुविधा भी यहां उपलब्ध हो सकेगी। अस्पताल भवन में चिकित्सकों के आवास गृह भी बनाए जा रहे हैं, जिससे चौबीस घन्टे आकस्मिक सुविधायें बेहतर रूप से उपलब्ध होगी। अस्पताल के बन जाने से आम जनता को शहर में इलाज के लिये नहीं आना पड़ेगा। यह 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा बनवाया जा रहा है। यह अस्पताल 24 हजार 590 वर्गफीट का रहेगा। भवन जी+2 का बनेगा।
0 टिप्पणियाँ