केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की जन आशीर्वाद यात्रा आखिरकार इंदौर ही नहीं प्रदेश के लिए यादगार बन गई। वह इसलिए नहीं कि उनका जोरदार सत्कार हुआ, बल्कि इस मायने में कि 17 अगस्त को उनके इंदौर आगमन पर कई विधायक व नेता नदारद थे, जिसे गुटबाजी की नजर से देखा जा रहा था। गुरुवार को समीकरण बदल गए। शहरी क्षेत्र के पांचों विधायक, उनके समर्थक और संगठन के नेता एकजुट नजर आए। इस दौरान उनके स्वागत सत्कार में कसर नहीं छोड़ी गई। इसे समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट की सफलता माना जा रहा है।
मंगलवार को जब सिंधिया देवास-शाजापुर जाने के लिए इंदौर एयरपोर्ट पर आए थे, तो सांसद शंकर लालवानी, मंत्री तुलसी सिलावट, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, जीतू जिराती, मालिनी गौड, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, उमेश शर्मा आदि की सक्रियता थी, जबकि कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय दो मिनट के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे। उन्हें पुष्प गुच्छ के साथ बधाई देकर चले गए थे। फिर एयरपोर्ट से विजय नगर चौराहे तक के 14 किमी के हिस्से में जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर, सिंधिया समर्थक मोहन सेंगर, विपिन खुजनेरी आदि के बैनर पोस्टर व स्वागत मंच ही लगे थे।
दूसरी ओर मंत्री उषा ठाकुर, विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, महेंद्र हार्डिया सहित इनसे जुड़े इनके समर्थक गायब थे। यहां तक कि पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन के भी समर्थकों की भी गैर मौजूदगी थी। इसे लेकर पार्टी में जमकर चर्चा थी। गुटबाजी को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे।
फिर बदलने लगा समीकरण
बुधवार को इसमें बदलाव होना शुरू हुआ। दरअसल, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में चर्चा व भाजपा कार्यालय में हुई अलग-अलग बैठकों में जन आशीर्वाद यात्रा को ऐतिहासिक बनाने पर चर्चा हुई। फिर तैयारियां शुरू हो गंई। सबसे ज्यादा 2 नंबर विधानसभा को लेकर था। यहां रात को ही विधायक मेंदोला समर्थित सभी पार्षदों, पूर्व पार्षदों समेत छोटे कार्यकर्ताओं को जुटा लिया गया। यहीं सिंधिया के कांग्रेस के समय से कट्टर समर्थक रहे मोहन सेंगर का भी गुट है। उन्होंने भी इसके पूर्व ही बैनर-पोस्टर्स, झण्डे आदि की तैयारियां कर ली थीं।
इस बीच, मेंदोला समर्थकों ने तैयारियों में चार गुना इजाफा किया गया। दोपहर तक पूरा विधानसभा क्षेत्र स्वागत मंचों, हार फूल सहित अन्य साम्रगियों से पट गया। लगभग हर छोटा बड़ा नेता सक्रिय हो गया।
ऐसी ही स्थिति विधायक आकाश विजयवर्गीय के विधानसभा क्षेत्र में हुई। चूंकि जन आशीर्वाद यात्रा इसी विधानसभा से शुरू होेने वाली थी, इसलिए यहां भी तैयारियां की गई थीं। यही कारण था कि शुरुआती दो घंटे में यात्रा 2 किमी तक ही पहुंच चुकी थी। फिर रथ पर आसीन नेताओं में चर्चा हुई। यह सामने आया, करीब हर विधानसभा में काफी स्वागत मंच लगे हैं। ऐसे में यात्रा देर तक खत्म होगी व शहर ट्रैफिक को लेकर परेशान होगा।
इसके बाद कलेक्टोरेट से गति तेज की गई व गंगवाल बस स्टैण्ड पर और तेज कर दी गई। फिर यात्रा खत्म होने तक स्वागत मंच से कार्यकर्ता सिंधिया को एक-दो मिनिट रुकने का आग्रह करते रहे लेकिन फिर यात्रा छह घंटे में खत्म कर दी गई। यही नहीं हर विधानसभा क्षेत्र में संंबंधित विधायक व खास पार्षद सिंधिया के साथ नजर आया।
दूसरी ओर, सिंधिया इसके पूर्व कैलाश विजयवर्गीय व खुद के दोस्ताना संंबंध बताने से भी नहीं चूके। ऐसे ही मालिनी गौड व पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता की सक्रियता तो पूर्ववत थी ही। बाद में विधानसभा 5 के विधायक महेंद्र हार्डिया का क्षेत्र में सज गया। इसी विधानसभा क्षेत्र में जन आशीर्वाद यात्रा का समापन हुआ।
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