इंदौर में भीड़ जुटाकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने के 4 आरोपियों को खजराना पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। आरोपी सोशल मीडिया पर वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने का षड्यंत्र रच रहे थे। इसका खुलासा आरोपियों की मोबाइल खंगालने पर हुआ है। चारों आरोपी शहर के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपी शहर में गोरिल्ला तकनीक से दंगा भड़काने वाले थे। आरोपियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की तैयारी है। वहीं अन्य संदिग्ध लोगों की तलाश भी पुलिस कर रही है।
पुलिस को मिली थी वॉट्सऐप ग्रुप की जानकारी
पिछले दिनों पुलिस को लगतार दंगे भड़काने की साजिश के संबंध में खुफिया विभाग को एक सूचना मिली थी। कुछ भड़काऊ संदेश कुछ ग्रुप में प्रसारित किए जा रहे हैं। इस इनपुट के बाद पुलिस ने सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाई और मॉनिटरिंग तेज कर दी। पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक इलाके में कुछ लोगों का एक वॉट्सऐप ग्रुप है, जो लगातार अन्य लोगों को भड़काने का काम कर रहा है। पिछले दिनों लोगों द्वारा सेंट्रल कोतवली थाने का घेराव कर रानीपुरा क्षेत्र में हंगामा किया गया था। इसके बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी थी।
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपियों में इरफान, अल्तमस, सैय्यद और जावेद को पहले हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिलीं। इस दौरान आरोपियों की मोबाइल को खंगाला गया तो गोरिल्ला तकनीक से दंगा भड़काने की जानकारी मिली। आरोपियों ने बताया कि उनके निशाने पर हिंदूवादी रैली और संगठन थे, वह इन्हें निशाना बनाकर ही दंगे भड़काना चाहते थे।
क्या है गोरिल्ला तकनीक
गोरेल्ला तकनीकी अर्थात एक समय में एक स्थान पर वारदात करना और जब तक पुलिस मौके पर पहुंचे तब तक दूसरे स्थान को चिन्हित कर वारदात कर गायब हो जाना।
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