अगस्त के बचे हुए आठ दिनों में अब अच्छी बारिश के आसार नहीं हैं। इंदौर समेत प्रदेशभर में हलके बादल छाए रहेंगे। उमस से कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन सक्रिय बारिश सितंबर की शुरुआत में ही होगी। 28 अगस्त से बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम सक्रिय होकर आगे बढ़ेगा। इंदौर संभाग में इसका असर सितंबर की शुरुआत में होगा। हालांकि इस सिस्टम से भी बहुत ज्यादा पानी मिलने की उम्मीद नहीं है। 1 इंच के आसपास ही मिलने के आसार हैं। अगस्त में दो ही सिस्टम बनकर मालवा में सक्रिय हुए, जिनसे क्रमश: डेढ़ और दो इंच बारिश 24 घंटे में हुुई। वैसे अगस्त में कुल बारिश के दिन 13 माने जाते हैं। इस बार बारिश के दिनों की संख्या भी 13 हो गई, लेकिन इनसे पानी नाम मात्र का यानी 5.3 इंच ही मिला है। अब तक कुल बारिश 15.3 इंच ही हुई है। इंदौर की औसत बारिश 35 इंच मानी जाती है।
इस हिसाब से कोटे का 50 फीसदी पानी भी नहीं बरसा है। जबकि बारिश के सीजन के 83 दिन बीत चुके हैं। 1 जून से बारिश का खाता खुल जाता है। 3 अक्टूबर को बंद कर दिया जाता है। अगस्त की शुरुआत में भी बंगाल की खाड़ी में मजबूत सिस्टम बना था। इसे छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, भोपाल होते हुए मालवा में असर दिखाना था, लेकिन यह उत्तरप्रदेश तरफ चला गया।
चिंता में डालते बारिश के आंकड़े
1 जून से बारिश का मौसम
शुरू हुआ
3 अक्टूबर को मानसून
होता है विदा
5 इंच है औसत बारिश
84 दिन बीत चुके
मानसून के
15.3 इंच ही पानी आया
अभी इंदौर के खाते में
50 फीसदी बारिश भी नहीं
हुई औसत के मुकाबले
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