इंदौर हमारे प्रयास और सेवाएँ ऐसी हों, जिससे बाढ़ प्रभावित लोगों में सरकार के प्रति भरोसा कायम हो और उनके चेहरे पर चिंता की लकीरें न रहें। प्रदेश सरकार बाढ़ प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद देने के लिए कटिबद्ध है, इसलिए जरूरतमंदों को राहत देने में कोई ढिलाई न हो। इस आशय के निर्देश ग्वालियर जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने राहत एवं बचाव कार्यों से जुड़े अधिकारियों को दिए। श्री सिलावट गुरुवार की सुबह बाढ़ प्रभावित परिवारों से रू-ब-रू होने पहुँचे हैं।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने डबरा जनपद पंचायत के पिछोर में बनाये गए बाढ़ राहत शिविर में पहुँचकर बाढ़ प्रभावित परिवारों से भेंट की। इस शिविर में लिधौरा एवं उससे जुड़े दयादीन बाथम का डेरा के बाढ़ प्रभावित लोगों के अस्थाई आवास और भोजन की व्यवस्था की गई है। सिलावट ने बाढ़ प्रभावित परिवारों से भेंट कर उन्हें भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार हर प्रभावित परिवार को तत्काल खाद्यान्न मुहैया कराएगी। उन्होंने कहा कि जिनके घर और अन्य संपत्ति को नुकसान पहुँचा है उसका सर्वे कराकर राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत आर्थिक राहत मुहैया कराई जाएगी।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने एसडीएम सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित हर परिवार को शीघ्र खाद्यान्न उपलब्ध कराने का प्रयास करें। साथ ही बाढ़ से हुए नुकसान के सर्वे का काम युद्ध स्तर पर पूरा करें, जिससे प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द राहत दी जा सके। सिलावट ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त विद्युत लाइन और ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द दुरुस्त कर विद्युत सप्लाई बहाल करने के भी निर्देश दिये। प्रभारी मंत्री सिलावट पिछोर के बाद लिधौरा, सिलेटा, गधोटा, चाँदपुर, धोवट, हरसी बांध और लखेश्वरी इत्यादि स्थानों पर पहुँचेंगे।
*बाढ़ प्रभावित गाँवों में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाएँ*
प्रभारी मंत्री सिलावट ने हर बाढ़ प्रभावित गाँव में विशेष स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिविरों में चिकित्सक और पैरा मेडिकल स्टाफ पर्याप्त दवाओं के साथ पहुँचे।
*वन मण्डलाधिकारी से फोन पर कहा बाँस-बल्ली मुहैया कराएँ*
प्रभारी मंत्री सिलावट ने मोबाइल फोन से वन मण्डलाधिकारी को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित लोगों को अस्थाई आवास व्यवस्था के लिए बाँस-बल्ली मुहैया कराएँ। विभाग के अमले को तत्काल ताकीद कर दें, जिससे लोगों को यह सामान मिलने में दिक्कत न हो। श्री सिलावट ने प्रभावित परिवारों को तिरपाल मुहैया कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने पानी उतरने के बाद अपने गाँव में लौटे लोगों को आटा, चावल, दाल और मसाले भी उपलब्ध करवाने को भी कहा।
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