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इंदौर में हथियार के सौदागरों की कहानी:मजदूरों के दस्तावेजों से सिम खरीदते, इन्हीं से खाते खुलवाकर जमा कराते थे लाखों रुपए

 

फाइल - Dainik Bhaskar
फाइल

इंदौर आईजी के निर्देश पर बड़वानी, आलीराजपुर, खरगोन और धार में अवैध हथियारों के मामले में क्राइम ब्रांच और पुलिस को अहम जानकारी मिली है। सिकलीगर अपने यहां काम करने वाले मजदूरों के दस्तावेजों के नाम से फर्जी सिम ले लेते हैं। इन दस्तावेजों की मदद से उनके खाते खुलवाते हैं, जिसमें अवैध हथियार से कमाई का रुपया भी जमा कर देते हैं। उन मजदूरों का इसका पता भी नहीं चलता। मामले में एसटीएफ भी कारवाई कर चुकी है, जिसमे हथियार के सौदागरों को चिन्हित कर कार्रवाई की गई थी।

रेंज के आईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने पिछले कुछ वर्षों में जिले के आसपास से आने वाले हथियारों के नेटवर्क पर शिकंजा कसा है। इसमें उन्हें पकड़ने के साथ बड़े स्तर पर पिस्टल, देशी कट्टे और अवैध कारतूस जब्त किए गए हैं। ऐसे में पकड़ाए सिकलीगरों से ऐसी जानकारी भी सामने आई है। इसमें उन्होंने ऐसे खाते और सिम का उपयोग किया है, जो उनके यहां काम करने वाले दिहाड़ी मजदूरों के नाम से ली गई थी।

एसटीएफ ने 2018 में पकड़ा था नेटवर्क

एसटीएफ ने 2018 में अवैध हथियार को लेकर बड़ी करवाई की थी। इसमें लखनसिंह और चट्टान सिंह पिता नादान सिंह को पकड़ा गया था। पता चला था, इन लोगों ने अपने यहां काम करने वाले मजदूरों के नाम से कई खाते खुलवाए थे। इसमें लाखों रुपए जमा थे। एसटीएफ ने इसे सीज करा दिया था, बाद में यह खाते बंद करवाए गए थे।

हर सिगलीगर के गांव ओर संख्या की बनाई थी लिस्ट

एसटीएफ ने एक संख्यात्मक विवरण बनाया था, जिसमें खरगोन के नवलपुरा, जतिपुरा फलियां गारी, सिरवेल, उसल गाँव, काजलपुरा, गोपाल पूरा अम्बा ओर सिगनूर को रिकाॅर्ड पर लिया था। इसमें 5 थाने, जिसमें सिकलीगर की संख्या 911 व रिकाॅर्ड वाले 84 सिकलीगर शामिल किए गए थे। इसमें 48 खातों की जानकारी हाथ लगी थी, जिसमें 3 का बाहर लेनदेन था। वहीं, बड़वानी के 9 गाँव मे 4 थानों के अंतर्गत 87 सिगलीगर ओर 36 बैंक खाते मिले थे वही 1 का बाहर के राज्य में लेनदेन था। इसके साथ ही धार के 6 गाँव मे 46 सिगलीगर मिले थे जिसके 70 बैंक खाते मिले थे।
क्राइम ब्रांच ने 52 सिगलीगर गिरोह पर फैलाया जाल

आईजी चारी के मुताबिक क्राइम ब्रान्च के साथ पुलिस भी अवैध हथियारों पर रोक लगा रही है । जिसमे कुछ सालों में 52 सिगलीगर गिरोह पर जाल बिछाया गया है इसमें वर्ष - प्रकरण- हथियार-कारतूस 2019 -110-193-133 2020- 78 - 172 - 86 2021 - 12 - 71 - 126 से अधिक लोगो पर कारवाई की गई है।

जिले के बाहर फैला लिया नेटवर्क सुरक्षा एजेंसियों की नजर

अधिकारीयो के मुताबिक रेंज में सिगलीगर ल नेटवर्क धवस्त होने के बाद इन्होंने बाहरी राज्यो में पैठ बनाई है जिसमे सुरक्षा एजेंसी की नजर है। 7 जुलाई 2021 को नक्सलियों को हथियार-बारूद और दीगर सप्लाई करने वाले एक अंतरराज्‍यीय गिरोह का पर्दाफाश किया गया था ।इस गिरोह के आठ सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा है। जिसमे किरनापुर कीन्ही के जंगल में कारवाई हुई थी। इनके कब्जे से पिस्टल, एके-47, मैग्जीन समेत अन्य जरूरत का सामान जब्‍त किया है। पिछले छह माह में तीन राज्यों में 30 करोड़ के हथियार-बारूद समेत दीगर सामान की सप्लाई नक्सलियों तक की है।

वहीं, अन्य मामले में राजस्थान के एसओजी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इंदौर पुलिस के साथ गौतमपुरा इलाके से15 जून 2021 को सलीम खान और अकरम खान को एक रिवॉल्वर, दो पिस्टल, 4 मैग्जीन और 308 कारतूस (राउण्ड) के साथ पकड़ा था। आरोपी जेल में बन्द आरोपी के साथ मिलकर नेटवर्क चला रहे थे।

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