मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दुःखद घटना पर गहरा शोक जताया है। साथ ही पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए हैं। ग्वालियर में मौजूद जिले के प्रभारी मंत्री एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर घटना की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुँचे। साथ ही जेएएच के ट्रॉमा सेंटर पहुँचकर दुर्घटना में घायल हुए निगम के कर्मचारी का बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने बताया कि इस दुर्घटना में जिन कर्मचारियों का निधन हुआ है, उनके परिजन को उसी पद पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। साथ ही उनके परिवार को साढ़े चार-साढ़े चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जायेगी। उन्होंने कहा दुर्घटना में घायल हुए कर्मचारी का निःशुल्क इलाज कराने के साथ-साथ 50 हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता भी सरकार देगी।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने बताया कि इस दुर्घटना की बारीकी से जाँच करने के आदेश दिए गए हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अपर कलेक्टर आशीष तिवारी को जाँच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
ज्ञात हो इस दुःखद दुर्घटना में नगर निगम के कर्मचारी कुलदीप सिंह डण्डौतिया, प्रदीप राजौरिया व विनोद शर्मा की मृत्यु हुई है। नगर निगम के कर्मचारी मंजर आलम इस दुर्घटना में घायल हुए हैं, जिनको इलाज के लिए जेएएच के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
*मुख्यमंत्री चौहान, केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर व श्री सिंधिया, राज्य सरकार के मंत्रिगण एवं सांसद शेजवलकर ने शोक जताया*
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर व ज्योतिरादित्य सिंधिया, जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर व राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार भारत सिंह कुशवाह ने ग्वालियर में हुई दुर्घटना में नगर निगम के कर्मचारियों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। सभी ने दिवंगत आत्माओं की शांति एवं घायल कर्मचारी के शीघ्र स्वास्थ्य के लिये ईश्वर से प्रार्थना की है। इन सभी वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने कहा है कि प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है और सरकार द्वारा हर संभव मदद मुहैया कराई जायेगी।
*फायर ऑफीसर प्रधान निलंबित*
नगर निगम के फायर ब्रिगेड का हाईड्रोलिक प्लेटफॉर्म पलटने से हुई दुर्घटना के लिये प्रथम दृष्टया फायर ब्रिगेड विभाग की लापरवाही सामने आई है। इसके लिये प्रभारी फायर ऑफीसर श्री उमंग प्रधान को जिम्मेदार मानते हुए नगर निगम आयुक्त द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
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