शुक्रवार को मोहर्रम पर पुलिस-प्रशासन मुस्तैद नजर आया। एक तरफ जहां मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में पुलिस जवान मुस्तैद रहे वहीं समाजजजनों ने मोहर्रम पर मस्जिदों और घरों से इबादत की। हालांकि कोविड के चलते धार्मिक कार्यक्रमों को लेकर जारी किए गए प्रतिबंधों के चलते न तो ताजिए निकले न ही जुलूस जबकि परम्परा के तहत हर साल सरकारी ताजिए सहित अन्य ताजिए जुलूस के रूप में देर रात तक कर्बला ले जाए जाते थे। पिछले साल भी कोरोना के चलते इस पर प्रतिबंध था।
बहरहाल, मोहर्रम पर समाजजनों ने अपना व्यापार बंद रखा। इधर, इमामबाडा स्थित सरकारी ताजिए पर कई लोगों ने फातिया पढ़ी और मन्नतें मांगी। कोरोना प्रोटोकॉल के चलते पुलिस ने यहां भी बैरिकेडिंग कर रखी थी। दूसरी ओर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस के जवान सुबह से शाम तक मुस्तैदी से ड्यूटी करते नजर आए। पुलिस ने व्यवस्था के चलते कई अन्य क्षेत्रों में बैरिकेडिंग भी कर रखी थी। इधर, कलेक्टर मनीष सिंह और डीआईजी मनीष कपूरिया भी भ्रमण पर निकले। उन्होंने जवाहर मार्ग स्थित मुकेरीपुरा मस्जिद, बड़वाली चौकी, बंबई बाजार सहित अन्य क्षेत्रों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
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