सिविल लाइंस स्थित सांची प्लांट में सोमवार से पांच हजार लीटर दूध की पैकिंग शुरू हाे गई। प्लांट में 40 हजार लीटर दूध स्टोर करने की क्षमता है। प्लांट में अभी 500 से 200 एमएल के दूध के पैकेट की पैकिंग होगी, जबकि सांची के अन्य प्रोडक्ट की इंदौर से ही जिले में सप्लाई होती रहेगी। आने वाले समय में बुरहानपुर की यूनिट को खंडवा में मर्ज किया जाएगा।
प्लांट मैनेजर कमल यादव ने बताया प्लांट से खंडवा के साथ बुरहानपुर और महाराष्ट्र के सटे जिलों में दूध की सप्लाई होगी। हमारा पूरा फोकस महाराष्ट्र के प्रदेश से सटे जलगांव सहित अन्य जिलों में दूध की सप्लाई पर भी है। जलगांव में गाय का दूध प्रचुर मात्रा में है। हम वहां पर भैंस के दूध की सप्लाई करने पर ध्यान देंगे।
समय पर उपभोक्ताओं के पास पहुंचेगा दूध
प्लांट मैनेजर यादव ने कहा खंडवा में दूध की पैकिंग शुरू होने से उपभोक्ताओं तक प्रोडक्ट समय पर पहुंचेगा। दूध की क्वालिटी के साथ आपूर्ति बेहतर होगी। क्योंकि स्थानीय प्लांट से डिस्ट्रीब्यूटर को उसकी मांग के अनुसार सप्लाई होगी। उन्होंने बताया प्लांट होने से स्थानीय किसानों काे दूध का अब नुकसान नहीं होगा। हम उनका पूरा दूध खरीदेंगे। प्लांट का लाभ बढ़ेगा तो किसानों को बोनस, इंश्योरेंस और पेंशन योजना के तौर पर लाभ दिया जाएगा। उपभोक्ताओं को स्थानीय प्लांट से दूध के दाम में रियायत नहीं मिलेगी।
शुभारंभ अवसर पर ये लोग थे मौजूद
प्लांट में पैकिंग का शुभारंभ भाजपा नेता मंगल यादव एवं रामचंद्र यादव ने किया। इस अवसर पर स्टॉकिस्ट अनिल सांभर, अंकित सांभर, फील्ड आफिसर सुरेंद्र कराहे, मधुकर लामखेड़, सुशील शर्मा सहित प्लांट के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
जिले में 12 हजार लीटर दूध की खपत जिले में रोज 12 हजार लीटर सांची के दूध की खपत है। 200,500 एमएल के साथ ही एक लीटर व 6 लीटर की पैकिंग में दूध आता है। श्रीखंड, लस्सी, दही, पेड़ा, पनीर, छांछ, मावा, फ्लेवर्ड मिल्क, गुलाब जामुन, रसगुल्ला, बटर की बिक्री होती है। खंडवा प्लांट में 500 और 200 एमएल की ही पैकिंग की सुविधा है।
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