इंदौर नगर निगम के द्वारा चलाये जा रहे भिक्षुक मुक्त अभियान के तहत संस्था परम पूज्य रक्षक आदिनाथ वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसायटी (प्रवेश) और गोल्ड कॉइन ट्रस्ट द्वारा पिछले दिनों 23 भिक्षुको को पुनर्वास के लिए परदेशीपुरा रैन बसेरा लाया गया था | कुछ भिक्षुओं को
परिवार की सहमति से की अब दोबारा वे भिक्षावृत्ति नहीं करेंगे उन्हें परिजनों को सौप दिया गया था | संस्था प्रवेश की अध्यक्ष सुश्री रुपाली जैन ने बताया कि उनके द्वारा बाकि बचे भिक्षुकों की लगातार काउंसलिंग की जा रही थी और भिक्षावृत्ति छोड़ कर आत्मसम्मान के साथ जीवन बसर करने की समझाइश दी गयी थी | उनके पास रोजगार न होने की समस्या को ध्यान में रखते हुए तीन दिन से उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है एवं संस्था प्रवेश द्वारा पांच भिक्षुको को झाड़ू बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है | उनका उत्साहवर्धन करने के लिए सांसद शंकर लालवानी द्वारा परदेशीपुरा रैन बसेरा का दौरा किया गया और भिक्षुको को भिक्षावृत्ति छोड़ आत्मनिर्भर बनते हुए देखकर बहुत खुश हुए । उन्होंने तुरंत ही उनके द्वारा बनायीं गयी 20 झाड़ुओं को उनसे कीमत पूछ कर 20-20 रुपये में खरीद ली और उनसे कहा कि मेरे कार्यालय पर आपके द्वारा बनाई हुई झाड़ुओं से ही साफ़ सफाई होगी । शंकर लालवानी ने उनसे ये भी कहा कि भीख मांगना छोड़कर आप अपनी कमाई कर ही अपना जीवन यापन करें हम सब आपके साथ है |.
0 टिप्पणियाँ