इंदौर वर्षो ऋतु के दौरान जल जनित बीमारी आदि के साथ डेंगू और चिकनगुनिया के फैलने की संभावना के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से सावधानी बरतने की सलाह दी है। तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और सिर में तेज दर्द, मसूड़े व नाक से खून बहना और शरीर पर लाल चकत्ते होना डेंगू के लक्षण हो सकता है। तेज बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में सामान्य दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते आना आदि चिकनगुनिया के प्रमुख लक्षण हैं। डेंगू चिकनगुनिया के लक्षण नजर आने पर शासकीय चिकित्सालय में नि:शुल्क खून की जांच कराये। जांच में डेंगू या चिकनगुनिया पाए जाने पर डॉक्टर की सलाह के अनुसार पूरा उपचार ले। डेंगू एवं चिकनगुनिया का वाहक एंडीज मच्छर रुके हुए साफ पानी में होता है और दिन के समय काटता है। पूरी बाह के कपड़े पहने तथा पानी को जमा ना होने दें। इससे बचने के लिए घरों के आसपास सफाई रखें सभी कंटेनर जिनमें पानी भरा हो एवं कूलर के पानी सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर उनमें नया पानी भरें आप दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
*डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव*
पानी के बर्तन ढक कर रखें। अनुपयोगी सामग्रियों जैसे कूलर, ड्रम टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा ना होने दें। दोबारा उपयोग से पूर्व उन्हें अच्छी तरह सुखाएं। हैंड पंप के आसपास भी पानी इकट्ठा ना होने दें जमा पानी पर मिट्टी का तेल या इंजन का जला हुआ तेल डालें। आसपास सफाई रखें सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें पूरी बाद के कपड़े पहने और पानी में मच्छर नहीं पनपने दें। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि सावधानी बरतकर दोनो बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।
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