मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा है कि देश से खिलाफत करने वाले और ऐसी सोच रखने वालों को कुचल दिया जाएगा। ऐसे लोगों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस तत्काल इन पर नकेल कसे। पिछले दिनों इंदौर और उज्जैन में लगातार बढ़ रही साम्प्रदायिक घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री ने अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को इंदौर और उज्जैन संभाग की कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक ली। वैक्सीनेशन अभियान और कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए वह दोपहर 3:30 बजे इंदौर पहुंचे थे। यहां कुछ कार्यक्रमों में भी शामिल हुए। इसके बाद रात 9:30 बजे भोपाल रवाना हो गए। सीएम ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में शाम 5.10 बजे कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, डीजीपी विवेक जौहरी भी उपस्थित रहे। उन्होंने अफसरों को सख्त लहजे में कहा कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के साथ ही इन्हें बढ़ावा देने वालों पर सख्ती से नकेल कसी जाए। मुख्यमंत्री डीजीपी समतेत अन्य अधिकारियों को प्रदेश की कानून व्यवस्था को सख्त करने की हिदायत दी है।
गौरतलब है कि इंदौर के चूड़ी वाले पिटाई कांड के अलावा हाल के दिनों में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जिसने साम्प्रदयिक रूप ले लिया।
सीएम ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि अपराधियों को जड़ से उखाड़ कर फेंकना है। चाहे वह अवैध शराब का मामला हो, अन्य अपराधों का मामला। अपराधी समाज और देश के दुश्मन हों। इनको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
देश विरोधी नारे भी बर्दाश्त नहीं
देश विरोधी नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। देश के विरोध में अगर कोई बात करेगा, तो उसे कुचल दिया जाएगा। भारत में रहने वाला, मध्यप्रदेश में रहने वाला हर नागरिक किसी जाति का या धर्म का हो, वह हमारा अपना है। अगर कोई देश के खिलाफ सोचता है, तो वह गलत है।
0 टिप्पणियाँ