देशभर भर में जन्माष्टमी धूमधाम मनाई गई। मध्यप्रदेश में भी उल्लास का माहौल देखा गया। भगवान कृष्ण और राधा को करोड़ों के गहने पहनाए गए। मंदिरों को सजाया गया। ग्वालियर स्थित गोपाल मंदिर में राधाकृष्ण को 100 करोड़ रुपए के गहने पहनाए गए। वहीं, बैतूल में स्थित रुक्मिणी बालाजीपुरम मंदिर को ब्रज धाम के रूप में प्रस्तुत किया गया। दैनिक भास्कर आपको प्रदेश के अलग-अलग शहरों की कृष्ण जन्माष्टमी की तस्वीरें दिखा रहा है।
ग्वालियर : नगर निगम ग्वालियर द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्ठमी महोत्सव फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर पर कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए हर्षोल्लास से मनाई गई। सोमवार को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सेन्ट्रल बैंक से सिंधिया रियासत कालीन बेशकीमती गहनों को लाया गया। सबसे पहले मंदिर परिसर में सभी गहनों की जांच और नग की गणना की गई। इसके बाद पुजारी ने भगवान राधाकृष्ण का 100 करोड़ रुपए के गहनों से श्रृंगार किया।
बैतूल : बालाजीपुरम में कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार परंपरागत तरीके से मनाया गया। मंदिर में कारागृह, गंगाकुंड, वृंदावन धाम बनाया गया। कृष्णलीला के बाद कंस सेना निकली। लाइट एंड साउंड के साथ संवाद के बाद ठीक 11.47 पर चन्द्रोदय के साथ कृष्ण जन्म हुआ। इसके बाद वासुदेव बने पुजारी टोकरी में नंदलाल को यमुना रूपी गंगाकुंड से वृदांवन धाम बने मुख्य मंदिर तक ले गए। यहां बनी झांकी में नंदलाल की पूजा-आरती भजन के साथ हुई।
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