- 13 दिन का रहेगा शुक्लपक्ष, इसमें हर दिन रहेंगे व्रत-पर्व या कोई शुभ तिथि
भाद्रपद महीना धार्मिक नजरिये से बहुत ही खास माना जाता है। क्योंकि ये चातुर्मास का दूसरा महीना भी होता है। ये 23 अगस्त से 20 सितंबर तक रहेगा। अभी इस महीने का कृष्णपक्ष बीत चुका है। जिसमें तीज, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और अमावस्या जैसे पर्व थे। अब इस महीने का शुक्लपक्ष 7 तारीख से शुरू हो रहा है। इसमें हर दिन कोई तीज-त्योहार, पर्व या शुभ तिथि रहेगी। भाद्रपद महीने के शुक्लपक्ष के खत्म होते ही अगले दिन से पितृ पक्ष शुरू हो जाएंगे। इन दिनों में सिर्फ पितरों की पूजा होगी। अन्य तीज-त्योहार नहीं मनाए जाएंगे।
तारीख और वार | तीज-त्योहार |
7 सितंबर, मंगलवार | स्नान-दान, अमावस्या |
8 सितंबर, बुधवार | भगवान रामदेव जयंती |
9 सितंबर, गुरुवार | हरतालिका तीज |
10 सितंबर, शुक्रवार | गणेश चतुर्थी |
11 सितंबर, शनिवार | ऋषि पंचमी |
12 सितंबर, रविवार | मोरयाई छठ |
13 सितंबर, सोमवार | महालक्ष्मी व्रत |
14 सितंबर, मंगलवार | राधाअष्टमी, दूर्वाष्टमी |
15 सितंबर, बुधवार | श्रीचंद्र नवमी |
16 सितंबर, गुरुवार | तेजा दशमी |
17 सितंबर, शुक्रवार | जलझूलनी एकादशी, कन्या संक्राति |
18 सितंबर, शनिवार | प्रदोष व्रत |
19 सितंबर, रविवार | अनंत चतुर्दशी |
20 सितंबर, सोमवार | श्राद्ध पूर्णिमा |
तारीख और वार तीज-त्योहार 7 सितंबर, मंगलवार स्नान-दान अमावस्या 8 सितंबर, बुधवार भगवान रामदेव जयंती 9 सितंबर, गुरुवार हरतालिका तीज 10 सितंबर, शुक्रवार गणेश चतुर्थी 11 सितंबर, शनिवार ऋषि पंचमी 12 सितंबर, रविवार मोरयाई छठ 13 सितंबर, सोमवार महालक्ष्मी व्रत 14 सितंबर, मंगलवार राधाअष्टमी, दूर्वाष्टमी 15 सितंबर, बुधवार श्रीचंद्र नवमी 16 सितंबर, गुरुवार तेजा दशमी 17 सितंबर, शुक्रवार जलझूलनी एकादशी, कन्या संक्राति 18 सितंबर, शनिवार प्रदोष व्रत 19 सितंबर, रविवार अनंत चतुर्दशी 20 सितंबर, सोमवार श्राद्ध पूर्णिमा
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