वैक्सीनेशन के पहले डोज के मामले में देश में 10 लाख की आबादी वाले शहरों में अव्वल इंदौर अब दूसरे डोज का टारगेट हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। अब तक 46.30 फीसदी लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं। शनिवार को भी 51,238 लोगों को दूसरा डोज लगाया गया। अब आने वाले दिनों में इसमें और तेजी लाई जाएगी। लोगों से अपील की गई है कि जिन लोगों के पहले डोज के बाद की अवधि पूरी हो गई है, वे दूसरा डोज तुरंत लगाएं।
सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या ने बताया कि शनिवार को जिले में 314 सेंटर बनाए गए थे। इसमें 51238 लोगों ने डोज लगाए। रविवार को भी सरकारी अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में वैक्सीनेशन होगा। इसके तहत एमवाय अस्पताल, पीसी सेठी हॉस्पिटल, बाणगंगा डिस्पेंसरी, नंदा नगर प्रसूति गृह, मांगीलाल चूरिया अस्पताल में वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन स्लॉट बुक कराना होंगे। सोमवार को अनंत चतुर्दशी के दूसरे दिन का स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। फिर भी वैक्सीन की जितनी उपलब्धता रहेगी, उस लिहाज से सेंटर बनाए जाएंगे। मंगलवार से ज्यादा से ज्यादा सेंटर बनाए जाएंगे।
वैक्सीनेशन से इंदौर को मिले ये सुखद परिणाम
- पहला डोज यानी थोड़ी सुरक्षा और दोनों डोज यानी दोहरा सुरक्षा कवच।
- वैक्सीनेशन से तेजी से संक्रमण कम हुआ और मरीजों की संख्या में कमी आई।
- अस्पतालों में जहां हजारों कोरोना मरीज थे, अब सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीज नहीं है। जो नए संक्रमित आ रहे हैं, वे बहुत ही कम हैं। उन्हें कोविड सेंटर में भर्ती किया जा रहा है। सभी की हालत बिल्कुल ठीक रही है।
- वर्तमान में केवल 20 एक्टिव मरीज हैं।
- खास बात यह कि वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद हाल ही के दिनों में चार बार कोरोना संक्रमितों की संख्या 0 रही है। इनमें 17 सितम्बर की 0 संख्या भी शामिल है।
- अगर संक्रमण दोबारा भी हुआ तो ए सिम्टोमैिटक लक्षण (सामान्य स्थिति) रहती है। मरीज की फिर क्रिटिकल स्थिति नहीं बनती और मेडिकल टीम कांटेक्ट हिस्ट्री से ज्यादा ट्रेवल हिस्ट्री पर जोर देती है क्योंकि जिले में पहले डोज का 100 फीसदी और दूसरे डोज का 46 फीसदी वैक्सीनेशन हो चुका है।
- करीब तीन महीने से हो गए हैं, अब कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है।
- ...फिर भी खतरा टला नहीं है। मास्क, सोशल डिस्टेसिंग सहित पूरे प्रोटोकॉल का पालन करें।
0 टिप्पणियाँ