बुधवार से कॉलेज 50 फीसदी विद्यार्थियों की उपस्थिति के साथ खोले जाएंगे। जिसे लेकर कॉलेजों में तैयारियां की जा चुकी है। कॉलेजों में स्टॉफ को दिशा-निर्देश देने के साथ ही कुछ कॉलेजों में सेनिटाइज भी किया जा चुका है। बुधवार को कॉलेज आने वाले छात्रों का गेट पर ही वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट चेक किया जाएगा। वहीं उन्हें माता-पिता का अनुमति पत्र भी दिखाना होगा। वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और अनुमति पत्र होने पर ही कॉलेज में प्रवेश दिया जाएगा। अगर सर्टिफिकेट नहीं होगा तो उन छात्रों को कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
स्टॉफ का भी वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट होगा चेक उच्च शिक्षा विभाग इंदौर के अतिरिक्त संचालक और शासकीय होलकर विज्ञान महाविद्यालय के प्रिसिंपल डॉ. सुरेश सिलावट ने कहा कि फिलहाल कॉलेज फाइनल ईयर के विद्यार्थियों के लिए खोला जा रहा है। बुधवार को संभवत: 500 विद्यार्थी कॉलेज आ सकते है। इसे लेकर पूरी तैयारी कॉलेज में की जा चुकी है। कॉलेज के गेट पर ही स्टॉफ की ड्यूटी लगाई जाएगी। कॉलेज में आने के पहले गेट पर ही विद्यार्थियों का वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट चेक किया जाएगा। हालांकि उनके पास पहले डोज का सर्टिफिकेट होगा तो भी उन्हें कॉलेज में प्रवेश दिया जाएगा। अगर किसी छात्र के पास सर्टिफिकेट नहीं होगा तो उसे कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। शासन द्वारा जो गाइड लाइन जारी की गई है। उसका अनुसान पूरा काम किया जा रहा है। हालांकि कॉलेज में 100 प्रतिशत स्टॉफ रहेगा। कॉलेज में भी सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना जरूरी है।
डेंगू और वायरल को लेकर भी विशेष सावधानी उन्होंने बताया कि डेंगू और वायरल इंदौर में काफी तेजी से बढ़ रहा है। जिसे लेकर भी विशेष सावधानी बरती जा रही है। कॉलेज में 50 फीसदी छात्रों को ही प्रवेश दिया जाएगा। बाकी छात्र ऑनलाइन के माध्यम से पढ़ाई करेंगे। हालांकि कॉलेज में बुधवार को विद्यार्थियों के आने पर उनकी संख्या को देखते हुए आगामी टाइम टेबल बनाया जाएगा। क्योंकि कॉलेज में अधिकतर छात्र बाहर के रहने वाले है। होस्टल भी खोलने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए भी रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि इंदौर संभाग में 60 गर्वमेंट कॉलेज है।
कॉलेज में कराया सेनिटाइजर, गेट पर होगी थर्मल स्क्रिनिंग ओल्ड जीडीसी कॉलेज की इंचार्ज प्रिंसिपल डॉ. श्री द्विवेदी ने बताया कि बुधवार से कॉलेज शुरू हो रहे है। इसके लिए कॉलेज में पहले ही सेनिटाइजर करवाया जा चुका है। इसके अलावा कॉलेज में आने वाले विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रिनिंग करने के साथ ही उनका वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट और माता-पिता का अनुमति पत्र देखा जाएगा। हालांकि विद्यार्थी डिजिटल रूप में भी दिखा सकते है। नहीं होने पर उन्हें कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कॉलेज में सेनिटाइजर की भी व्यवस्था रहेगी।
डोज नहीं लगा होने पर लाना होगा डॉक्टर का लिखा लेटर उन्होंने बताया कि अगर किसी विद्यार्थी को कोरोना होने के कारण अगर उन्हें वैक्सीन का डोज नहीं लगा है तो उन्हें डॉक्टर का लिखा लेटर लेकर आना होगा। डॉक्टर का लिखा लेटर होने पर ही ऐसे विद्यार्थियों को कॉलेज में प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा 17 सितंबर को कॉलेज में वैक्सीनेशन सेंटर भी लगाया जाएगा। ताकि जो छात्र वैक्सीन लगवाने से अछूते रह गए है या जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाया है। वे इस वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन लगवा सकते है। जिसके बाद वे कॉलेज में प्रवेश पा सकते हैं।
0 टिप्पणियाँ