शहर में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसे लेकर कलेक्टर मनीषसिंह ने घर-घर सर्वे के लिए टीमें गठित की हैं जो मंगलवार सुबह से काम में जुटेंगी लेकिन इस बीच फिर डेंगू के 8 नए मरीज मिल हैं। खास बात यह कि इनमें अधिकांश एमजीएम गर्ल्स, बॉयज व बीएससी नर्सिंग होस्टल के छात्र-छात्राएं हैं। इसे लेकर अब इन क्षेत्रों में लार्वा के सैंपल लेने के साथ छिड़काव किया जाएगा। वैसे इन होस्टलों के अन्य छात्र-छात्राओं में भी डेंगू के लक्षण मिले हैं लेकिन उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। इनके सहित अब जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 86 हो चुकी है, जबकि एक गर्भवती महिला की भी मौत हो चुकी है।
इस मामले में अहम यह कि ये तीनों सरकारी होस्टल ऐसे हैं जहां अकसर बाहर काफी गंदगी रहती है और इन दिनों बारिश के जलजमाव भी है। इसके चलते डेंगू में यहीं से चपेट में आने से इनकार नहीं किया जा सकता। दूसरी ओर मुखर्जी नगर, बाणगंगा, भवानी नगर, स्कीम 162, मूसाखेड़ी (चंद्रपुरी), आलोक नगर व वीणा नगर में भी मरीज मिले हैं। इनमें बाणगंगा, मूसाखेड़ी व आलोक नगर में तो पहले ही मरीज पाए जा चुके हैं और टीम द्वारा वहां लार्वा सैंपल लिए जाने के बाद एडीज मरीज (डेंगू) की सक्रियता का पता भी चला था। एक बार फिर वहां ऐसी ही स्थिति बन रही है। इसके चलते यहां विशेष ध्यान रखा जाएगा।
इन क्षेत्रों में मिल चुके हैं डेंगू के मरीज
इसके पूर्व गोविंद कॉलोनी, गीता भवन, भाग्यश्री कॉलोनी, प्राइम सिटी, औरंगपुरा (धन्नड), शांति पथ रोड, आलोक नगर, मूसाखेड़ी, स्कीम 94, विनायक टॉउनशिप, सिमरोल, देपालपुर, भंवरकुआ, अहीरखेड़ी, बर्फानीधाम, न्यू द्वारकापुरी, उदापुरा, नृसिंह बाजार, मेघदूत नगर, गीता भवन, नंदा नगर, सरदार सरोवर नगर, वल्लभ नगर, खजराना, नेहरू नगर, ब्रह्मपुरी कॉलोनी, नरवल कांकड़ (सांवेर), प्रोफेसर कॉलोनी, बाणगंगा, महू, तुलसी नगर, विजय नगर, स्कीम 11, मीना नगर, जगजीवनराम नगर, श्रीनगर एक्सटेंशन, आनंद नगर एक्सटेंशन, पीपल्याहाना, विजय नगर, जगजीवन राम नगर व गुरु नगर आदि क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिले थे। कुछ समय पहले एक गर्भवती महिला की भी डेंगू से मौत हुई थी जबकि डॉक्टरों का कहना था कि उसे अन्य बीमारियां भी थी।
बारिश का पानी भी जमा नहीं होने दें
- जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. दौलत पटेल के मुताबिक डेंगू जमे हुए पानी में पनपने वाले मच्छरों के काटने से होता है जबकि डेंगू एडीज इजिप्टी (मादा मच्छर) के काटने से फैलता है। यह बुखार मच्छरों द्वारा फैलाई जाने वाली बीमारी है। यह स्थिति तब बनती है घरों में या आसपास एक ही स्थान पर बहुत दिनों से पानी जमा हो। जैसे कूलर, वॉश एरिया, सिंक, गमलों आदि भी कई बार पानी जमा रहता है जो डेंगू का कारक बनता है।
- लोगों से अपील की गई है कि हाल ही में बारिश हुई है जिससे घरों के आसपास कई स्थानों पर पानी जमा हो जाता है। इसे भी जमा नहीं होने दें और निकासी का प्रबंध करें।
- एडीज मच्छर पानी जमाव होने की स्थिति में सक्रिय हो जाते हैं। इन मच्छरों की प्रकृति यह है कि ये दिन में ही काटते हैं।
- फिर कुछ समय बाद इसकी चपेट में आए लोगों को तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत पड़ना, सिर, हाथ-पैर और बदन में तेज दर्द, भूख न लगना, उल्टी-दस्त, गले में खराश, पेट में दर्द और लिवर में सूजन आदि लक्षण दिखते हैं।
- ऐसे में संबंधित व्यक्ति को तुरंत डॉक्टरों को दिखाना चाहिए। इसके बाद ब्लड टेस्ट में इसकी जांच होती है जिसमें पुष्टि होती है कि उसे डेंगू है या दूसरी बीमारी।
बचाव के ये तरीके भी
- मच्छरों को दूर रखने के लिए मच्छर भगाने वाले रिपेलेंट, क्रीम, कॉइल और स्प्रे का इस्तेमाल करें।
- खिड़की और दरवाजों को सुरक्षित करें या यदि आवश्यक हो तो मच्छरदानी का उपयोग करें।
- यदि संभव हो तो एयर कंडीशनिंग घर के अंदर इस्तेमाल करें।
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