कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने निर्देश दिये है कि शासकीय भूमि पर किसी भी तरह के अवैध निर्माण और अतिक्रमण नहीं होने दें। जहां भी शासकीय अथवा नजूल भूमि पर अतिक्रमण तथा अवैध निर्माण है, उन्हें तुरंत हटाने की प्रभावी कार्रवाई की जाये। अतिक्रामकों के विरूद्ध भी कार्रवाई की जाये।
कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने यह निर्देश आज कलेक्टर कार्यालय में संपन्न हुई टी.एल. बैठक में दिये गये। बैठक में अपर कलेक्टरगण सर्वश्री पवन जैन, अभय बेड़ेकर, अजयदेव शर्मा, राधेश्याम मण्डलोई तथा श्री राजेश राठौर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने सीएम हेल्प लाइन, समाधान ऑनलाइन सहित समयसीमा के अन्य योजनाओं के तहत दर्ज प्रकरणों तथा उनके निराकरण की विभागवार समीक्षा की। बैठक में उन्होंने निर्देश दिये कि इन योजनाओं के अंतर्गत दर्ज प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण सुनिश्चित किया जाये। उन्होंन अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कार्यालयों में आने वाले सभी नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता के साथ प्रतिदिन सुनें तथा उनका यथासंभव उसी दिन निराकरण करें। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सजग निगरानी रखें। वे यह तय करे कि शासकीय भूमि पर किसी भी तरह का नया अतिक्रमण अथवा नया अवैध निर्माण हो पाये। ऐसी शासकीय भूमि जिन पर पूर्व से अतिक्रमण अथवा अवैध निर्माण है, उन्हें तुरंत हटाने की प्रभावी कार्रवाई की जाये। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के एसडीओ और तहसीलदारों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सड़क निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर करें। इसके लिये सड़क से जुड़े विभाग से संपर्क में रहें और उनकी समस्याओं का निराकरण करें। उन्होंने राजस्व विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य शासन द्वारा दिये गये निर्देशानुसार नगरीय क्षेत्रों की आबादी भूमि पर काबिज पात्र नागरिकों को भूमि स्वामी का अधिकार देने की कार्रवाई करें। इस संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये गये है। इन दिशा निर्देशों के अनुरूप समय-सीमा में कार्रवाई की जाये।
बैठक में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने राष्ट्रीय पोषण मिशन एक अभियान की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि इस मिशन के अंतर्गत सितम्बर माह में आयोजित कार्यक्रमों का ऐसा क्रियान्वयन करे जिससे की लक्षित समूह की सभी पात्र महिलाओं और बच्चों को पूरा लाभ मिले। इसके लिये सुक्ष्म कार्ययोजना बनाकर उसका क्रियान्वयन किया जाये। सभी आंगवाड़ियों में पोषण वाटिका को बेहतर बनाये। सब्जी तथा अन्य उपयोगी पौधों लगाये जाये।
0 टिप्पणियाँ