इंदौर में कांग्रेस नेताओं पर दर्ज मुकदमे और जिलाबदर की कार्रवाई के विरोध में मंगलवार को कांग्रेस ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में मैदान संभाला और संभागायुक्त कार्यालय का घेराव कर संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा। मंगलवार शाम को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने रेसिडेंसी कोठी में प्रेसवार्ता की, जिसमें उन्होंने भाजपा और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा।
प्रशासन पर लगाया भेदभाव का आरोप
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रशासन पूरी तरह से भदेभाव का व्यवहार कर रहा हैं। इंदौर में जिन लोगों पर साधारण प्रकरण है, उन पर जिलाबदर की कार्रवाई की जा रही है। जबकि दो आदतन अपराधी है, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। मंत्री के गले में सोने की चेन भी वे लोग पहनाते है, जो आदतन अपराधी है। वहीं शासकीय भूमि पर कब्जों को लेकर कहा कि कमलनाथ ने अवैधानिक रूप से शासकीय भूमि पर कब्जा और कॉलोनियां काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई का अभियान चलाया था। मगर अब चेहरा देखकर ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा 2005 से लेकर आज तक प्रदेश में मास्टर प्लान की घोषणा ही नहीं की, उसके कारण सरकारी जमीनों पर अवैधानिक रूप से कॉलोनियों का धड़ल्ले से निर्माण हुआ है।
अपराधियों को मिला हुआ है संरक्षण पूर्व सीएम सिंह ने कहा कि माफियाओं को भाजपा के राज में संरक्षण मिला। इंदौर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अब तो हालात यह हो गए है कि शराब ठेकेदारों की मीटिंग में गोलियां चलती है और उसमें भाजपा का एक गुट कुछ कहता हैं, ओर दूसरा गुट कुछ ओर कहता है। कानून व्यवस्था चौपट हो गई है और अपराधियों को संरक्षण मिला हुआ है। वहीं इंदौर की दूसरा घटना की बात करते हुए वे बोले कि जिन लोगों ने चूड़ी बेचने वाले के साथ मारपीट की और पैसा छुड़ाया, उन्हें तो गिरफ्तार कर लिया। मगर प्रशासन के आग्रह पर जो सांप्रदायिक घटना को रोकने गए उन पर केस बनाकर उनके खिलाफ जिलाबदर के आदेश कर दिए। कांग्रेस नेता राजू भदौरिया को लेकर पूर्व सीएम बोले कि भदौरियों पर पॉलीटिकल झगड़ों के प्रकरण थे, लेकिन जिलाबदर का तो प्रकरण बनता ही नहीं था।
किसानों के समर्थन में बोले दिग्विजय सिंह
किसानों के समर्थन में बोलते हुए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि किसानों के लिए जो कानून लाया गया है, इसमें किसी किसानों के संगठनों से चर्चा नहीं हुई। कृषि उत्पाद का जो व्यापार हैं उस पर बड़े-बड़े मल्टीनेशनल का कब्जा कराने के लिए ये तीनों कानून एक के बाद एक लाए गए हैं। वे बोले कि इन कानूनों से किसानों के साथ उपभोक्ताओं और मजदूरों का भी नुकसान हैं। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी ने वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आमदनी डबल कर देंगे। डबल तो दूर की बात अब हालात और बिगड़ते चले जा रहे है। 10 माह से ज्यादा समय से किसान धरना दे रहे है, लेकिन पीएम को फुर्सत नहीं है।
मैं विचारधारा की लड़ाई लड़ता हूं - सिंह
सरस्वती शिशु मंदिर को लेकर दिए बयान पर पूछे सवाल पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह बोले मैं उस विचारधार के खिलाफ हूं, जो विचारधारा सद्भाव बिगाड़ती है। मेरा बयान शुद्ध रूप से उन लोगों के खिलाफ हैं, जो ऐसी विचारधार पनपाते हैं, जो छात्र वहां पढ़ते है उनके बारे में मुझे कुछ नहीं कहना। पर मेरे पास ऐसे पुराने वीडियो हैं, जिसमें आरएसएस के प्रचारक ये बात कर रहे हैं। इसलिए जो मैंने कहां है वह तथ्यों और प्रमाण के आधार पर कहां है, मैं विचारधार की लड़ाई लड़ता हूं कोई निजी लड़ाई नहीं लड़ता। इधर, उपचुनाव को लेकर पूछे सवाल पर वे बोले कि ये उपचुनाव से सरकार को धक्का जरूर लगेगा। क्योंकि लोगों की नाराजगी जो दमोह में थी, वहीं इन तीनों सीटों पर भी है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर किए एक सवाल पर वे बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया अब ‘भाई साहब’ है। अपनी ख्वाहिश बताते हुए बोले कि कांग्रेस ने इतना दिया है कि आखरी सांस तक पार्टी के लिए दमखम के साथ लड़ाई लड़ते रहूं।
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