इंदौर का जिला प्रशासन संचार की सभी नई तकनीकों के प्रयोग में मध्य प्रदेश में अव्वल नंबर पर है। प्रशासन की सारी गतिविधियां और योजनाओं की जानकारी ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उपलब्ध कराई जा रही है। अनेक प्रमुख घटनाओं पर कलेक्टर और कमिश्नर की प्रतिक्रिया भी तुरंत रूप से ट्विटर पर देखी जा सकती है। ट्विटर एवं फेसबुक में इंदौर के कमिश्नर, कलेक्टर और जनसंपर्क की संख्या 2 लाख से अधिक हो गई है।
वर्तमान समय में सोशल मीडिया की आवश्यकता को हर कोई जानता है। किसी भी जानकारी को अगर एक ही समय में लाखों लोगों तक पहुंचाना है तो उसके लिए सोशल मीडिया से ज्यादा बेहतर और कोई माध्यम नहीं है। कोरोना महामारी के दौरान जब लोग अपने घरों से निकल नहीं पा रहे थे, उस समय सोशल मीडिया ने लोगों को जागरूक रखा तथा जनसामान्य का मनोबल बनाए रखने में भी महती भूमिका निभाई।
इंदौर कमिश्नर डॉ पवन कुमार शर्मा एवं कलेक्टर मनीष सिंह ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से जिले के लोगों को समय-समय पर महत्वपूर्ण व जरूरी जानकारी प्रदान की। इसके साथ ही जनजागरण और सकारात्मक वातावरण के निर्माण में सोशल मीडिया का उम्दा प्रयोग किया है। इंदौर कमिश्नर डॉ. शर्मा के ट्विटर पर 32 हजार से अधिक एवं फेसबुक पर 5500 हजार फॉलोअर्स है। इसी तरह कलेक्टर मनीष सिंह के ट्विटर अकाउंट में प्रदेश के सभी कलेक्टर में सबसे ज्यादा अधिक फॉलोअर्स हैं। उनके ट्विटर अकाउंट पर करीब 77 हजार एवं फेसबुक पर 33 हजार फॉलोअर्स हैं। दोनों अधिकारियों के सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स को जोड़ा जाए तो करीब डेढ़ लाख फॉलोअर्स के साथ इंदौर जिला प्रशासन शहर के हर नागरिक तक आवश्यक जानकारी पहुंचा रहा है। साथ ही सोशल मीडिया पर उनके द्वारा पोस्ट की जा रही समस्याओं का भी तुरंत निराकरण किया जा रहा है।
इसी तरह इंदौर जनसंपर्क कार्यालय के जॉइंट डायरेक्टर (जेडी) अकाउंट के ट्विटर पर 21 हजार एवं फेसबुक पर 6500 फॉलोअर्स हैं। पीआरओ अकाउंट के ट्विटर पर 15500 व फेसबुक पर 13 हजार फॉलोअर्स हैं। इस तरह दोनों अकाउंट जोड़कर संभागीय जनसंपर्क कार्यालय इंदौर के सोशल मीडिया पर कुल 60 हजार फॉलोअर्स हैं। अगर प्रशासन के सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स के फॉलोअर्स को जोड़ा जाए तो 2 लाख से अधिक फॉलोअर्स जिला प्रशासन के सोशल मीडिया अकाउंट से जुड़े हुए हैं। सोशल मीडिया पर इन गतिविधियों को संचालित करने वाले संभागीय जनसंपर्क कार्यालय इंदौर द्वारा अब ट्विटर के साथ-साथ इसी तरह के भारतीय संस्करण कू एवं पॉडकास्ट का उपयोग प्रारंभ किए जाने की भी तैयारी की जा रही है।
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