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इंदौर में पहली से पांचवीं तक के स्कूल कल से:अधिकतर प्राइवेट स्कूल अक्टूबर से खुलेंगे; कोविड प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत करना होगा पालन, अभिभावक की अनुमति-पत्र के बाद ही एंट्री

शासन  के निर्देश के बाद पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं सोमवार से शुरू हो गई हैं, लेकिन इंदौर में लोकल अवकाश होने से यह कक्षाएं मंगलवार से शुरू होंगी। मंगलवार से शुरू होने वाली इन कक्षाओं को लेकर सरकारी स्कूलों में जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। प्राइवेट स्कूल में 9वीं और 12वीं की परीक्षाएं चल रही हैं, इसकी वजह से अक्टूबर से पांचवीं तक के क्लास लगेंगे। वहीं स्कूल प्राचार्यों को स्पष्ट कहा गया है कि स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत पालन हो।

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक नरेंद्र जैन ने बताया कि मंगलवार से पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं 50 फीसदी क्षमता के साथ शुरू होंगी। स्कूलों में आने वाले बच्चों के माता-पिता का अनुमति पत्र अनिवार्य होगा। इसे लेकर स्कूलों को भी जरुरी निर्देश दिए हैं, जिसमें कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का शत प्रतिशत पालन करना अति आवश्यक है।

स्कूलों में रहेगी मास्क-सैनिटाइजर की व्यवस्था
नरेंद्र जैन ने बताया कि सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को मास्क लगाकर ही आना होगा। इसके लिए बच्चों के माता-पिता को भी सूचना भेजी जा चुकी है। इसके अलावा स्कूलों में साबुन-पानी की व्यवस्था, सैनिटाइजर की व्यवस्था के अलावा स्कूलों में मास्क की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। ताकि अगर कोई बच्चा मास्क पहनकर ना आता है तो उसे मास्क उपलब्ध कराया जा सके। वहीं स्कूलों में थर्मल स्क्रीनिंग की भी व्यवस्था रखने के निर्देश दिए है।

एक बैंच पर एक बच्चा

स्कूलों में बच्चों को बैठाने के लिए भी निर्देश दिए है। इसके तहत जिन सरकारी स्कूलों में फर्नीचर की व्यवस्था है वहां एक बैंच पर एक बच्चे को बैठाया जाएगा। जहां टाट पट्‌टी पर बैठने की व्यवस्था है वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करवाया जाएगा। इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा की बच्चे झुंड बनाकर ना बैठे। इसका विशेष ध्यान शिक्षक द्वारा रखा जाएगा।

हर समय शिक्षक रहेंगे क्लास में मौजूद
जैन के मुताबिक जब तक स्कूलों में बच्चे रहेंगे, तब तक क्लास रूम में शिक्षक मौजूद रहेंगे। वे क्लास छोड़कर नहीं जा सकेंगे। छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश भी दिए गए है। अगर कोई लापरवाही मिलती है या ऐसी कोई शिकायत आती है तो संबंधित प्रधान अध्यापक या शिक्षक को पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। साथ ही सुधार करने के निर्देश दिए जाएंगे। बावजूद इसके सुधार नहीं होता है तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

इंदौर जिले में 1100 सरकारी स्कूलों में 7 हजार बच्चे
जैन ने बताया कि स्कूलों में पहले से ही शिक्षक आ रहे है। मंगलवार से स्कूल खोलने की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। इंदौर जिले में करीब 1100 सरकारी स्कूल है। जिसमें 7 हजार बच्चे अध्ययन करते हैं। हालांकि सभी माता-पिता को पहले ही सूचना की जा चुकी है कि उनकी सहमति का लेटर के बाद ही बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। पहले से अनुमति नहीं ली गई है। माता-पिता जब बच्चों को स्कूल छोड़ने आएंगे तो वे लिखित अनुमति स्कूल में दे सकते हैं।

्राइवेट स्कूल अगले माह में खोलने की तैयारी

गोल्डन इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल रीना खन्ना ने बताया कि फिलहाल स्कूल में 9वीं से 12वीं की परीक्षा चल रही हैं। पहली से चौथी क्लास शुरू करने को लिए फिलहाल निर्णय नहीं लिया है, क्योंकि छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखना होता है। वहीं एनी बेसेंट स्कूल के डायरेक्टर मोहित यादव ने बताया कि उनके यहां भी टर्म परीक्षा चल रही है। इसलिए अक्टूबर माह में बच्चों के स्कूल खोल सकते हैं।

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