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अक्टूबर में जारी होगा ऑटोमेशन प्रोजेक्ट का टेंडर:नई एजुकेशन पॉलिसी में लागू ग्रेडिंग सिस्टम भी जुड़ेगा, शुरुआत बीबीए और एमबीए से, एक क्लिक पर मिलेगा हर छात्र का रिकॉर्ड

 

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी अक्टूबर में ऑटोमेशन प्रोजेक्ट का टेंडर जारी करने जा रही है। खास बात यह है कि प्रोजेक्ट में नई एजुकेशन पॉलिसी के हिसाब से नया सॉफ्टवेयर बनेगा, जिसमें मार्कशीट में ग्रेडिंग सिस्टम रहेगा। शुरुआत में बीबीए और एमबीए प्रोफेशनल कोर्स में इसे लागू किया जा रहा है। बाद में इसे लॉ और फिर परंपरागत कोर्स में लागू किया जाएगा। दरअसल, देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी अब अगले तीन साल में ऑटोमेशन प्रोजेक्ट को पूरा करेगी। इस प्रोजेक्ट के 12 मॉड्यूल में से परीक्षा संबंधी प्रोजेक्ट सबसे अहम है। अगले साल फरवरी-मार्च में इस इंटीग्रेटेड यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम (आईयूएमएस) का पहला चरण लागू हो जाएगा।

फायदा

परचे थाने में रखने का झंझट खत्म
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यूनिवर्सिटी सभी परीक्षाओं के परचे सेंटर पर ऑनलाइन भेज सकेगी। सेंटर से एक क्लिक पर प्रिंट आउट निकालकर परीक्षा आयोजित हो सकेगी। पर्चे लेकर आने-जाने का झंझट ही खत्म हो जाएगा।

बदलाव

ऑनलाइन परीक्षा होगी
यूनिवर्सिटी की एमबीए, बीसीए, बीबीए और बीए एलएलबी जैसे कोर्स की सेमेस्टर परीक्षा ऑनलाइन हो सकेगी। फिर धीरे-धीरे सारे प्रोफेशनल कोर्स में यह सिस्टम लागू होगा।

छात्र फायदे में

घर बैठे निकाल सकेंगे मार्कशीट
किसी भी छात्र को सिर्फ एडमिशन के समय एक बार रजिस्ट्रेशन कराना होगा। फिर छात्र को पूरी पढ़ाई के दौरान घर बैठे एक क्लिक पर यूनिवर्सिटी की हर सुविधा का फायदा मिलेगा। एक क्लिक पर छात्र न केवल अपने सारे सेमेस्टर की मार्कशीट घर बैठे देख सकेगा, बल्कि एक ही पासवर्ड से वह डिग्री, माइग्रेशन के लिए भी घर से ही ऑनलाइन आवेदन कर सकेगा। परीक्षा और रिजल्ट का अलग मॉड्यूल बनेगा।

294 संबद्धता प्राप्त कॉलेजों के 3 लाख 4 हजार छात्रों को मिलेगा फायदा।

900 मूल्यांकनकर्ताओं को फायदा।

13 हजार 600 यूटीडी के छात्रों की भी राह होगी आसान। यूनिवर्सिटी सिस्टम से जुड़े 45 विभाग ऑटोमेशन से जुड़ जाएंगे।

ऐसे काम करेगा सिस्टम

यूनिवर्सिटी के हर सेक्शन को ऑनलाइन सिस्टम से जोड़ा जाएगा। इसके जरिए छात्रों को क्वालिटी और समय पर सर्विस मिलेगी। हर एक काम के लिए समय भी तय रहेगा। सिस्टम में हर सेक्शन का एक अलग मॉड्यूल होगा, जिसे आपस में जोड़ा जाएगा। ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम की तर्ज पर यह भी काम करेगा।
नए बदलाव के साथ टेंडर जारी हो रहे
एग्जाम कंट्रोलर डॉ. अशेष तिवारी के अनुसार नई एजुकेशन पॉलिसी में सीजीपीआई व ग्रेडिंग सिस्टम के साथ सॉफ्टवेयर बनेगा। ऑटोमेशन प्रोजेक्ट का टेंडर अक्टूबर में जारी होगा।

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