प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑक्सीजन प्लांट का गुरुवार लोकार्पण कर रहे हैं। कार्यक्रम जारी है। यह प्लांट प्रेशर स्विंग एडजॉर्प्शन (PSA) तकनीक पर बनाए गए हैं, यानी यह प्लांट हवा से ऑक्सीजन बनाएंगे।
मध्यप्रदेश में भोपाल के जेपी जिला अस्पताल में 1000 लीटर प्रति मिनट ( LPM) के दो PSA ऑक्सीजन प्लांट प्रधानमंत्री केयर फंड से बनाए गए हैं। इनके चालू होने से जयप्रकाश अस्पताल में 200 मरीजों की ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई मंत्री भी लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हैं।
भोपाल के सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि प्लांट समय सीमा में पूरे किए गए हैं। यह प्रदेश का एकमात्र प्लांट है, जिसका प्रधानमंत्री वर्चुअली लोकार्पण कर रहे हैं। इससे पहले बैरागढ़ और कोलार सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण हो चुका है। जेपी अस्पताल में 1-1 हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन क्षमता के प्लांट है। इनसे 10 लीटर प्रति मिनट मरीज को ऑक्सीजन दी जा सकेगी। एक दिन में 200 मरीजों की आवश्यकता पूरी होगी।
अस्पताल में अभी ऑपरेशन समेत 15 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत होती है। एक सिलेंडर में करीब 7500 लीटर ऑक्सीजन आती है। एक सिलेंडर रीफिल कराने में करीब 222 से 224 रुपए तक का खर्च आता है। इससे सिलेंडर का ट्रांसपोर्टेशन, ढुलाई समेत करीब डेढ़ लाख रुपए के खर्च की भी बचत होगी। अस्पताल में प्लांट से मरीज बेड तक सीधे ऑक्सीजन की सप्लाई होगी। किसी कारण प्लांट बंद होने पर आधे घंटे तक लगातार सप्लाई के लिए ऑक्सीजन स्टोर रहने की सुविधा है।
अधिकारियों के अनुसार प्लांट में ऑटोचेंज ओवर व्यवस्था सहित DG सेट स्थापित किया जाएगा, जिससे बिजली गुल होने पर भी प्लांट लगातार चलता रहेगा। अभी इसके मेंटेनेंस का काम डेढ़ साल तक LnT कंपनी करेगी। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पीएम केयर फंड से देश भर में स्थापित ऑक्सीजन प्लांटस का उत्तराखंड के ऋषिकेश में आयोजित समारोह के दौरान उद्घाटन करेंगे।
कोरोना काल में माता-पिता को खोने वाले बच्चों को सीएम बांटेंगे चेक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को मिंटो हॉल में शाम 5 बजे 'मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना' के बाल हितग्राहियों को राशि का वितरण करेंगे। इस दौरान भोपाल, सीहोर और रायसेन के 4 नए बाल हितग्राहियों को मंच पर स्वीकृति पत्र देंगे। साथ ही, 16 बच्चों से मुलाकात करेंगे। कार्यक्रम में 282 पात्र बाल हितग्राहियों को 5 हजार प्रति माह हितग्राही के मान से 14 लाख 10 हजार रुपए उनके खाते में ट्रांसफर की जाएगी। अब तक योजना में प्रदेश के 1360 अनाथ बच्चों को लाभान्वित किया गया है।
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