पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती प्रदेश में शराब बंदी की मांग काे लेकर चर्चाओं में है। इस बीच शराब की खपत घटने के बाद आबकारी विभाग की चिंता बढ़ गई है। आबकारी अधिकारियाें और पुलिस काे अवैध शराब की बिक्री सख्ती से राेकने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरी तरफ जिले में हाईवे के ढाबाें, रेस्टारेंट पर बेराेकटाेक अवैध शराब पराेसे जाने का सिलसिला चल रहा है। पिछले महीने बामाेरा इलाके से ट्रक में पकड़ी गई डीसीआर डिस्टरी मेहर की 45.60 लाख की अवैध शराब की जांच दबा दी गई है। आबकारी विभाग के जिम्मेदार अफसराें काे एक तरह से क्लीनचिट दे दी गई है। यही वजह है कि जिले में अवैध शराब बेचने वालाें के हाैंसले बुलंद है।अवैध शराब से माैत पर सरकार ने आरोपी को आजीवन कारावास या मृत्युदंड तक देने तक का ड्राफ्ट तैयार किया है। पहले अधिकतम 10 साल की सजा का प्रावधान था। सरकार के इस निर्णय के बावजूद अवैध शराब की बिक्री पर कहीं काेई कमी नजर नहीं आ रही है।
अवैध रूप से बेची जा रही शराब से माैत का जाेखिम सबसे ज्यादा इसलिए है कि यूपी, हरियाणा की शराब भी यहां तक पहुंच रही है। मालथाैन से लेकर बहेरिया तक फाेरलेन के ढाबाें, रेस्टाेरेंट पर अवैध शराब अभी भी बिक रही है। इन स्थानाें पर ड्राय डे के दिन बिक्री और बढ़ जाती है। हाल ही में शराब पीने के बाद माैत के भी कुछ मामले सामने आए थे। अगस्त में बमाेरा शंकर जी मंदिर के पास से बहेरिया पुलिस ने ट्रक क्रमांक एमपी 20 जी 7550 से 8397 लीटर देशी और 156 लीटर वियर जब्त की थी। शराब की पेटियाें पर डीसीआर डिस्टलरी मेहर सागर का लेवल लगा था। 45 लाख 60 हजार कीमत की यह शराब कहां से किसने भेजी आज तक इसका पता नहीं लग सका।
शराब की खपत बढ़ाने को लेकर होगी वीडियो कांफ्रेसिंग
जिले में अवैध शराब बिकने से करीब 15 प्रतिशत की खपत पर असर पड़ा है। एक शराब ठेकेदार के अनुसार यदि अवैध शराब की बिक्री पर लगाम लगे ताे इस घाटे की पूर्ति हाे सकती है। सूत्राें के अनुसार आबकारी, पुलिस और नेताओं के संरक्षण में जिले में अवैध शराब का काराेबार चल रहा है। आबकारी डिप्टी कमिश्नर प्रमाेद झा ने बताया कि शराब की खपत बढ़ाने के लिए वीडियाे कांफ्रेसिंग के जरिए जल्द ही बैठक बुलाई जाएगी। शराब की अवैध बिक्री राेकने के लिए विभाग का अमला काम कर रहा है।
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