निरंजनपुर चौराहा, शहर का ऐसा बदहाल चौराहा है, जो विकास के लिए सालों से राह देख रहा है। यहां सड़कें अपनी शोल्डर हाइट खो चुकी हैं। सड़क और जमीन समतल नहीं होने व गड्ढों के कारण हर दिन वाहन चालक गिरने से घायल हो रहे हैं। वहीं लेफ्ट टर्न ब्लॉक होने व लगातार भारी वाहनों की आवाजाही से यहां दिनभर जाम लगा रहता है। शाम को स्थिति और बिगड़ जाता है, वाहन रेंगते नजर आते हैं।
सर्विस रोड नहीं, सड़क पर होती है पार्किंग
इस चौराहे के सभी प्रमुख मार्गों पर दुकानें व ढाबे हैं। एसडीए कंपाउंड और गोदाम होने से कई भार वाहन व लोडिंग माल वाहक सड़कों पर या पेट्रोल पंप किनारे खड़े रहते हैं। इस कारण यहां हमेशा जाम लगा रहता है। कई बार पुलिस वाहन चालकों पर कार्रवाई कर चुकी है, लेकिन कोई असर नजर नहीं आता। एक-दो दिन बाद फिर वाहन सड़क पर खड़े नजर आते हैं।
1 माह में 30 लोग हुए हादसे का शिकार
डीएसपी ट्रैफिक उमाकांत चौधरी ने बताया कि गड्ढों और जर्जर सड़कों के कारण बारिश में यहां एक माह में 30 से ज्यादा हादसे हुए। इनमें अधिकांश दोपहिया चालक थे। कई लोगों को तो पुलिस जवानों ने अस्पताल पहुंचाया। गड्ढों के कारण कई बार छोटे वाहन बड़े वाहनों से टकरा जाते हैं। चौराहे पर हो रही खुदाई के कारण स्थिति और बिगड़ जाती है।
चौराहे पर ये समस्याएं प्रमुख हैं
- चौराहे के लेफ्ट टर्न अतिक्रमण की चपेट में हैं। लसूड़िया से निपानिया जाने वाले लेफ्ट टर्न पर वाहन खड़े रहते हैं, वाहन चालकों को निकलने के लिए जगह ही नहीं मिलती।
- यहां चौराहे को मिलाने वाली मुख्य मार्ग की सड़कें शोल्डर हाइट तक खो चुकी हैं। ऊंची-नीची जगह होने के कारण कई बार छोटे वाहन चालक गिरते नजर आते हैं।
- भारी लोडिंग वाहनों का दबाव यहां बना रहता है। सड़क पर ही बड़े वाहन खड़े रहते हैं, जिससे लगातार जाम की स्थिति बनती है।
- इस चौराहे पर पर्याप्त लाइट भी नहीं है। कई बार गड्ढे ही नजर नहीं आते हैं। वाहन चालक गिर जाते हैं।
- चौराहे की रोटरी भी अव्यवस्थित व जर्जर है। कई बार सिग्नल भी बंद हो जाते हैं
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