इंदौर में BPO आकाश मेडकिया हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि हत्या करवाने वाले देवास के नर्सिंग हेड और उसके दोस्त ने हमलावरों से संपर्क नहीं किया था। उन्होंने जंगल में फरारी काटी। यही नहीं, आकाश की पत्नी के प्रेमी ने भी अस्पताल से नौकरी छोड़ने की धमकी भी दी थी। बदला लेने के लिए हत्या की साजिश रची।
बाणगंगा पुलिस ने पुलिस ने मामले में मनीष और वृतिका के अलावा देवास के अमलतास हॉस्पिटल के हाउस कीपिंग इंचार्ज जितेंद्र लीलाधर वर्मा (जामनोद, देवास), अर्जुन मंडलोई (पिपलिया, देवास) और अंकित सिंह पंवार (उज्जैन) को अरेस्ट किया है।
टीआई राजेन्द्र सोनी के मुताबिक मनीष ने आकाश से अपमानित होने के बाद उससे बदला लेने का मन बना लिया था। उसने नशे में धुत होकर दोस्त जितेंद्र से नौकरी छोड़ने की बात कही थी। मनीष का कहना था कि अगर वह बदला नहीं ले सकता, तो नौकरी छोड़कर चला जाएगा। इसके बाद जितेंद्र ने प्लानिंग की। जितेंद्र ने देवास के ही परिचित अर्जुन को हत्या के लिए तैयार किया। अर्जुन परिवार से अलग रहता है। उसने उज्जैन के रहने वाले दोस्त अंकित से बात की। वह बदला लेने के लिए तैयार हो गया।
जंगल में खाने के पड़ गए थे लाले
पूछताछ में पता चला कि वारदात के बाद आरोपी उज्जैन के पास जंगल में झोपड़ी में फरारी काट रहे थे। हत्याकांड के बाद जितेंद्र और मनीष ने आरोपियों से संपर्क करना बंद कर दिया था। इसके बाद उनके खाने-पीने के लाले पड़ गए थे। आरोपियों को पकड़ने के लिए जब गांव के आसपास पुलिस ने डेरा डाला, तो उन्हें जानकारी लग गई। पहचान छिपाने के लिए अर्जुन ने सिर के बाल भी मुंडवा लिए थे।
अर्जुन के घर 15 दिन पहले जन्म थी बेटी
अर्जुन की पत्नी ने 15 दिन पहले ही बेटी को जन्म दिया है। वह माता-पिता से अलग रहता है। अंकित के परिवार में कोई भी नहीं है। वहीं, मनीष भी शादीशुदा है। उसकी पत्नी और बच्चे राजस्थान में रहते हैं। जितेंद्र के पकड़ाने के बाद उसके भतीजे को भी हिरासत में लिया था। उसी ने अर्जुन की शिनाख्त कर आश्रम के पास जंगल में होने की सूचना दी थी।
यह है मामला
भागीरथपुरा इलाके में 13 अक्टूबर को आकाश मेडकिया की आंखों में बदमाशों ने मिर्च झोंकी। इसके बाद चाकू से वार कर हत्या कर दी थी।
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